शिमला: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफों को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई 30 अप्रैल तक के लिए टल गई है। विधायकों ने अपने इस्तीफे स्वीकार न करने और स्पीकर द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी करने के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
मामले की पृष्ठभूमि:
देहरा से निर्दलीय विधायक होशियार सिंह चंब्याल, नालागढ़ से केएल ठाकुर और हमीरपुर से आशीष शर्मा ने 22 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष और सचिव को अपने इस्तीफे सौंपे थे। राज्यपाल को भी इस्तीफों की प्रतियां दी गई थीं। विधायकों का आरोप है कि स्पीकर ने उनके इस्तीफे स्वीकार नहीं किए और इस्तीफे के कारण बताने के लिए नोटिस जारी किया।
विधायकों का पक्ष:
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विधायकों के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किलों ने अपनी मर्जी से इस्तीफे दिए हैं और उन्हें कारण बताने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।
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उन्होंने कहा कि स्पीकर ने भी उनके इस्तीफे की बात स्वीकार की है, फिर भी उन्हें मंजूरी नहीं दी जा रही है।
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विधायकों का कहना है कि स्पीकर के जवाब से उनकी दुर्भावना जाहिर होती है, जिसमें उन पर राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने का दबाव होने का आरोप लगाया गया है।
स्पीकर का पक्ष:
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स्पीकर के वकील ने कहा कि अदालत स्पीकर को उनके संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करने से नहीं रोक सकती। स्पीकर को इस्तीफे के कारणों की जांच करने का अधिकार है।
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उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव के बाद ये निर्दलीय विधायक सीआरपीएफ की सुरक्षा में प्रदेश से बाहर रहे और इसी सुरक्षा में आकर अपने इस्तीफे सौंपे, जो दबाव में होने का संकेत देता है।
अगली सुनवाई 30 अप्रैल को:
दोनों पक्षों की बहस पूरी न होने के कारण हाईकोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 30 अप्रैल को तय की है। उस दिन स्पीकर की ओर से बहस पूरी की जाएगी और उसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुना सकता है।
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