चंडीगढ़, 6 मार्च
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने बुधवार को विपक्षी दलों के नौ विधायकों को निलंबित करने के लिए पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां की कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा, ‘यह लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों का सरासर उल्लंघन है। आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार मुख्य विपक्षी पार्टी के वाजिब सवालों से भाग रही है, इसीलिए उसने कांग्रेस विधायकों को निलंबित कर दिया। आप के इस अलोकतांत्रिक कदम को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाजवा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आज आप को अपने आठ चुनाव पूर्व वादों की याद दिलाई जिसमें खनन से सालाना 20,000 करोड़ रुपये का कोष जुटाना, भ्रष्टाचार खत्म कर 34,000 करोड़ रुपये और महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह देना शामिल है।
उन्होंने कहा, ”2022 में विधानसभा चुनाव से पहले आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि वह एक रुपया भी कर्ज के रूप में नहीं लेंगे। हालांकि, उनके अपने दस्तावेजों के अनुसार 60000 करोड़ रुपये का ऋण लिया गया है, जबकि दो साल की अवधि अभी पूरी नहीं हुई है। अगर फरवरी और मार्च के महीनों के ऋण को जोड़ दिया जाए तो यह 67,000 करोड़ रुपये होगा।
विपक्षी नेता ने कहा कि इस बजट पर एमएसपी पर एक भी शब्द नहीं बोला गया है। पुरानी पेंशन योजना के वादे पर चर्चा नहीं हुई।
बाजवा ने उन 40,000 कर्मचारियों की जानकारी भी मांगी है जिनके बारे में आप सरकार ने दावा किया है कि उन्होंने भर्ती की है। बाजवा ने सरकार से पूछा कि वह बताए कि पिछले दो साल में वह राज्य में कितनी औद्योगिक परियोजनाएं लेकर आई।
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