तेहरान। सीरियाई सीमा के पास पूर्वोत्तर जॉर्डन में अमेरिकी सैन्य कैंप पर ड्रोन अटैक में हाथ से ईरान ने इंकार किया है। रात भर हुए ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हैं। उधर, राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को कहा कि अमेरिका इस हमले का कड़ा जवाब देगा। बता दें कि बाइडन ने इस हमले के लिए ईरान समर्थित मिलिशिया को जिम्मेदार ठहराया है।
राज्य समाचार एजेंसी आईआरएनए द्वारा पब्लिश एक बयान में कहा गया कि ‘ईरान का अमेरिकी बेस पर हमले से कोई संबंध नहीं था और इसका इससे कोई लेना-देना नहीं था। क्षेत्र में अमेरिकी बलों और प्रतिरोध समूहों के बीच संघर्ष है, जो जवाबी हमले करते हैं।’
जो बाइडन इस समय दक्षिण कैरोलिना के दौरे पर हैं और यहां से उन्होंने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, ‘रविवार की रात हमारे लिए काफी कठिन रही। हमने अपने 3 जवान को खो दिया। इसका जवाब हम देंगे।’ क्षेत्र में सैन्य वृद्धि के बढ़ते खतरे के साथ, अमेरिकी अधिकारी हमले के लिए जिम्मेदार सटीक समूह की पहचान करने में जुटे हुए हैं, लेकिन उन्होंने आकलन किया है कि इन हमलों के पीछे कई ईरानी समर्थित समूहों का हाथ था। रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा, ‘हम संयुक्त राज्य अमेरिका, हमारे सैनिकों और हमारे हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे।’
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