• कृषि मंत्री ने अधिकारियों को फील्ड अधिकारियों की साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट पेश करने और खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के दिए निर्देश
• कृषि विभाग की कार्यकुशलता को और बेहतर बनाने के लिए समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
चंडीगढ़, 3 जनवरी:
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूर अंदेशी सोच के अनुसार, पंजाब सरकार द्वारा राज्य में गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादों की स्पलाई सुनिश्चित करने के लिए गुरदासपुर, एस.ए.एस. नगर (मोहाली) और बठिंडा जिले में तीन बायो-फर्टीलाईजर टैस्टिंग लैब स्थापित की जाएंगी। यह जानकारी आज यहां पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुडडियां ने दी।
स. खुडडियां आज किसान भवन में विशेष मुख्य सचिव कृषि श्री के.ए.पी. सिन्हा के साथ विभाग की कार्यशुलता को और बढिया बनाने के लिए मुख्य कृषि अधिकारियों एवं कर्मचारियों के काम की समीक्षा हेतु आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने डायरैक्टर कृषि को फील्ड अधिकारियों की साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट पेश करने और बीज, खाद्य और कीटनाशकों की सैंपलिंग और टैस्टिंग पूरा करने में असफल रहने वाले खराब प्रदर्शन करने वाले जिला अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
डायरैक्टर कृषि जसवन्त सिंह ने गुरमीत सिंह ने खुडडि़यां को बताया कि रबी सीजन के दौरान किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज, उर्वरक और कीटनाशकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 13 दिसंबर 2023 को गठित उड़नदस्तों की पांच टीमों ने 110 रिटेल/होलसेल दुकानों की जांच की और 134 सैंपल लिए। इन टीमों द्वारा 28 डीलरों की बिक्री बंद करने के साथ ही नंगल में एफ.आई.आर. भी दर्ज करवाई गई।
कैबिनेट मंत्री को अवगत करवाया गया कि 35 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहं की बिजाई हो चुकी है और गेहूं पर तने पर गुलाबी सुंडी के हमले को कंट्रोल कर लिया गया है। कृषि विभाग द्वारा गेहूं की फसल पर किसी भी कीडे के हमले की निगरानी के लिए पैस्ट सर्वीलैंस टीमों का गठन किया गया है।
श्री खुड्डियां ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की स्थिति की समीक्षा करते हुए राज्य के किसानों को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए ई-केवाईसी पूरा करने की अपील की।
प्रदेश के किसानों के कल्याण हेतु मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान की वचनबद्धता को दोहराते हुए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने मुख्य कृषि अधिकारियों को सरकार द्वारा चलाए जा रहे किसान कल्याण प्रोग्रामों को लागू करने और किसानों को कृषि में तकनीकी मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने के लिए कहा।
इस बैठक में पंजाब मंडी बोर्ड की सचिव मिस अमृत कौर गिल और विभाग के अन्य सीनियर अधिकारी भी उपस्थित थे।