अयोध्या। प्रत्येक 20 दिनों के अंतराल पर होने वाली राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय शनिवार को शुरू हो गई। बैठक में 22 जनवरी को रामलला के विग्रह की स्थापना को देखते हुए राम मंदिर के भूतल को पूर्णता प्रदान करने पर जोर रहेगा। मंदिर के भूतल का ढांचा तो तीन माह पूर्व ही निर्मित हो गया है, लेकिन इन दिनों भूतल की फर्श, छत की सज्जा, विद्युतीकरण का काम चल रहा है। इसके साथ ही परिसर में प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व यात्री सुविधा केंद्र, परकोटा निर्माण आदि भी पूरा किया जाना है। इसी माह के अंत तक इन सभी कार्यों को पूरा किए जाने पर जोर है। बैठक में शामिल होने के लिए शुक्रवार को देर शाम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र रामनगरी पहुंच गए थे।
राम मंदिर सहित 75 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर की जरूरत को देखते हुए अलग से विद्युत सब स्टेशन का निर्माण हो चुका है। दो हजार किलोवाट का कनेक्शन मिलने के बाद रामजन्मभूमि परिसर की बिजली आपूर्ति शुरू हुई। अभी तक बिजली आपूर्ति पास ही स्थित श्रीराम अस्पताल की 33 केवीए की लाइन से हो रही थी।
वन विभाग ने लगभग 13 किलोमीटर लंबे रामपथ पर अभी तक सिर्फ तीन किलोमीटर में शोभाकार पौधा लगाने के लिए गड्ढों की खुदाई हुई है। तीन किलोमीटर में सआदतगंज से पोस्ट आफिस तिराहे तक दोनों तरफ अधिक से अधिक शोभाकार पौधे लगाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। रामपथ पर इतनी ही दूरी में बने डिवाइडर के बीच भी पौधों की किस्म लगाने पर मंथन हो रहा है। हालांकि पथ निर्माण कार्य के दौरान इस बात का ध्यान नहीं दिया गया कि डिवाइडर पर मिट्टी ही नहीं मिलेगी तो पौधे कहां रोपे जाएंगे। अब विभाग डिवाइडर के बीच वही पौधे रोपित करेगा जिनकी जड़ें गहराई तक न जाती हों और बढ़त के लिए कम मिट्टी की आवश्यकता पड़ती हो।
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