मंडी। उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग में फंसे विशाल के सकुशल बाहर निकलने पर स्वजनों ने 17 दिन बाद दीवाली मनाई गई। विशाल के सकुशल सुरंग से बाहर निकलने के बाद मां उर्मिला अपने लाडले का चेहरा देखने के लिए बेताब हो गई है। दैनिक जागरण से बात करते हुए कहा कि भले ही विशाल सुरंग से बाहर आ गया है। मगर असल में सुकून उसका चेहरा देखने पर ही मिलेगा। बस एक बार विशाल घर आ जाए। सबसे पहले उसे अपने सीने से लगाऊंगी और दोबारा उसे सुरंग के काम में भेजूंगी। स्वजन आधी रोटी खा लेंगे। मगर दोबारा उसकी जान जोखिम में नहीं डालेंगे।
दादी गोवर्धनू का कहना है कि एक हादसे में उसका बड़ा पोता योगेश पहले ही अपाहिज हो चुका है। अब विशाल के सुरंग में फंसने से उसके प्राण 17 दिन से बीच में अटके हुए थे। विशाल के सलामती के लिए मां उर्मिला ने रंधाडा स्थित अपने कुल देवता बाढू बाड़ा से मन्नत मांगी थी। वह अब विशाल को लेकर कुल देवता के मंदिर जाएगी।