सहायक कंट्रोलर (वित्त और लेखा) रिश्वत के मामलो में निलंबित
चंडीगढ़, 30 अगस्त:
पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने आज यहाँ कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है और इसी के अंतर्गत जनरल मैनेजर पंजाब रोडवेज़ लुधियाना में तैनात सहायक कंट्रोलर (वित्त और लेखा) को रिश्वत के मामले में निलंबित किया गया है।
यहाँ जारी प्रैस बयान के द्वारा यह जानकारी देते हुए स. हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि निलंबित की गई सहायक कंट्रोलर सीमा गुप्ता जनरल मैनेजर पंजाब रोडवेज़ लुधियाना में तैनात थी और उसके पास पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना का अतिरिक्त प्रभार भी था। उन्होंने बताया कि उप कुलपति, पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना द्वारा पत्र के द्वारा सूचित किया गया था कि यह अधिकारी यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों से प्रोबेशन क्लीयर करने के बदले में रिश्वत माँगती है।
स. चीमा ने बताया कि प्रमुख सचिव वित्त श्री अजौए कुमार सिन्हा और डायरैक्टर (खजाना और लेखा) जनाब मुहम्मद तय्यब द्वारा इस मामले की पड़ताल की गई। उन्होंने बताया कि इस मामले में सबूत के तौर पर वीडियो क्लिप और अलग-अलग अखबारों में लगी खबरें भी प्राप्त हुई हैं। उन्होंने कहा कि पड़ताल के उपरांत उक्त अधिकारी को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
भ्रष्टाचार को जड़ से ख़त्म करने के लिए पंजाब सराकर द्वारा चलाई गई मुहिम का जिक़्र करते हुए स. चीमा ने कहा हमारी सरकार द्वारा सत्ता संभालते ही भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन की शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि इस मुहिम के अंतर्गत सवा साल के दौरान 400 से अधिक भ्रष्टाचारियों के खि़लाफ़ कार्यवाही की गई और किसी राजनीतिज्ञ या अधिकारी के साथ भी लिहाज़ नहीं किया गया।