शिमला, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आपदा प्रभावित जिलों में बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए अफसरों के निर्देश दिये कि पुलिस बलों की ड्यूटी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में न लगाई जाए। त्रासदी के कारण इस बार प्रदेश में सांस्कृतिक कायर्क्रम नहीं होंगे। पुलिस के जवान राहत और बचाव कार्यों में इस्तेमाल हों। उन्होंने उपायुक्तों से विद्युत, जलापूर्ति योजनाओं और सड़कों की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
उन्होंने निर्देश दिए कि परेड में स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ के जवान शामिल नहीं होंगे। वह बचाव कार्यों में ही शामिल होंगे। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री धनी राम शांडिल, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, प्रधान सचिव देवेश कुमार, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया व एडीजीपी सतवंत अटवाल उपस्थित रहे।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि हिमाचल की माली हालत को देखते हुए और यहां की भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर दिल खोलकर आर्थिक मदद दी जाए, ताकि प्रदेश की व्यवस्था को पुनः पटरी पर लाया जा सके।
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