रूपनगर में 21, 025 और पटियाला में ड्राई फूड के 59, 000 पैकेट बांटे चंडीगढ़, 16 जुलाई:
मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा- निर्देशों अनुसार सरकारी स्टॉफ कीमती मानवीय जान और संपत्ति की रक्षा करने के लिए राज्य में मूसलाधार बारिश कारण पैदा हुई स्थिति में सुधार के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है।
लोगों के स्वास्थ्य को मुख्य रखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 24 घंटे सक्रियता के साथ काम कर रही है। इस समय 316 रैपिड रिस्पांस टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रही है और 189 मैडीकल कैंप लगा कर मरीजों को मुफ़्त दवाएँ दी जा रही है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिए निर्देशों अनुसार 26, 191 बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। राज्य में कुल 148 राहत कैंप चल रहे है, जिन में 3731 लोग ठहरे हुए है।
प्रवक्ता ने बताया कि 15 जिलों के 1414 गाँव अभी भी बाढ़ से प्रभावित है। इस समय बाढ़ से प्रभावित 15 जिलों में तरनतारन, फिऱोज़पुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होश्यारपुर, रूपनगर, पटियाला, मोगा, लुधियाना, मोहाली, एस.बी.एस.नगर, फाजिल्का, जालंधर, कपूरथला और संगरूर शामिल है।
राजस्व विभाग की तरफ से अलग- अलग जिलों से प्राप्त रिपोर्टों अनुसार राज्य में बाढ़ कारण कुल 32 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 3 अभी भी लापता है।
उन्होंने आगे बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ड्राई फूड के पैकेट बाँटे जा रहे है और रूपनगर में 21, 025, पटियाला में 59, 000, एस.ए.एस. नगर में 3600, एस. बी. एस. नगर में 5700 और फतेहगढ़ साहिब में 2200 से अधिक पैकेट बाँटे जा चुके है।
पशुधन के बीमारियों से बचाव के लिए पशु पालन विभाग की तरफ से 4285 पशुओं का टीकाकरन किया गया है जबकि अब तक 2874 पशुओं का इलाज किया जा चुका है।