कोटद्वार और भाबर क्षेत्र को जोड़ने वाले मालन नदी के पुल बरसात में क्षतिग्रस्त हो चुका है और यहां से आना जाना पूरी तरह से बाधित हो चुका है। । इस पुल के गिरते ही शासन प्रशासन पर अब उंगलियां भी उठने लगी हैं सूत्रों की माने तो इस पुल के नीचे विगत कई वक्त से लगातार अवैध खनन चल रहा था और इस पुल के गिरने का एक मुख्य कारण यह भी माना जा रहा है । यही नहीं इस पुल की मरम्मत को लेकर कोटद्वार की स्थानीय विधायक और विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कई बार शासन प्रशासन को अवगत भी करवाया था हालांकि कोई भी एक्शन शासन प्रशासन की तरफ से इसमें देखने को नहीं मिला ।साथ ही सचिव लोक निर्माण विभाग ने यह भी अवगत करवाया है कि पूरे उत्तराखंड में लगभग 400 के आसपास सड़कें बाधित हुई हैं जिसको खोलने का कार्य निरंतर जारी है । लोक निर्माण विभाग के द्वारा जगह-जगह मशीनरी पहले से ही तैनात की जा चुकी थी साथी एसटीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने भी ऐसी जगहों पर तैनात कर दी जा चुकी थी जोकि लैंडस्लाइड पॉइंट शासन की तरफ से चिन्हित किए गए थे ।