लहासा। तिब्बत में चीनी अधिकारी बौद्ध मठों में छापेमारी कर बौद्ध भिक्षुओं पर इस बात का दबाव बना रहे हैं कि वे दलाई लामा से सारे संबंध तोड़ लें। इसके लिए दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए भी दबाव डाला जा रहा। तिब्बत के सर्वोच्च आध्यात्मिक नेता दलाई लामा दशकों से भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के धर्मशाला में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं। तिब्बत के लोगों का कहना है कि इस महीने की शुरुआत में शेन्त्सा और सोक काउंटीज के कई मठों में चीनी अधिकारियों ने जांच अभियान चलाया था।
उन्होंने बौद्ध भिक्षुओं के निवास और मुख्य तीर्थस्थलों में जांच अभियान चलाया था। इस संबंध में किसी तरह की पहले से सूचना नहीं दी गई थी। शारत्सा मठ के भिक्षुओं को भी दलाई लामा के साथ संबंध त्यागने और विरोधी समूह का हिस्सा बनने के लिए मजबूर किया गया है।