इस्लामाबाद। प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय आतंकी ग्रुप जैश-ए-मोहम्मद ने पाकिस्तान के कई हिस्सों में ईद के दौरान आयोजित समारोह में खुलेआम जिहाद के लिए फंड मांगा है। यह वैश्विक आतंकवाद-रोधी वित्तपोषण निगरानी संस्था एफएटीएफ की रेडलाइन का उल्लंघन है। पिछले साल ही पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर किया गया है। जिन देशों को टेरर फंडिंग का समर्थन करने के लिए सुरक्षित स्थल माना जाता है, उन्हें एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डाल दिया जाता है।
जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों ने कश्मीर और फलस्तीन में जिहाद के लिए पिछले महीने खैबर पख्तूनख्वा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान रुपयों की मांग की थी। कई पाकिस्तानी ट्विटर यूजर की ओर से देश के अन्य हिस्सों में इसी तरह फंड मांगे जाने की बात कही गई है। कई यूजर्स का कहना है कि इस तरह फंड की मांग करना कई मस्जिदों में आम बात है। कभी कभार सुरक्षा अधिकारियों के संरक्षण में ऐसा किया जाता है।