देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग की जगह सरकार ने जिस तेजी और पारदर्शिता के लिए उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को समूह-ग की भर्तियां करने को दी है, उस हिसाब से भर्तियों की रफ्तार धीमी पड़ गई है। समूह-ग की आखिरी भर्ती नवंबर में कनिष्ठ सहायक की निकली थी। हालात ये हैं कि जिन भर्तियों के प्रस्तावों(अधियाचन) में आयोग ने कमियां निकालकर लौटाए थे, वह लौटकर नहीं आए।
राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने गंभीरता से लेते हुए समूह ग की भर्तियों का एक कैलेंडर जारी किया था। इसमें बताया गया था कि किस महीने कौन से समूह-ग की भर्ती निकाली जाएगी, लेकिन मामला अधियाचनों में गड़बड़ी के चलते लटक रहा है। शासन स्तर से विभाग समय से अधियाचन नहीं भेज रहे। शुरूआत में शासन से धड़ाधड़ भर्तियों के प्रस्ताव आयोग के पास आ गए। इनमें किसी में सेवा नियमावली की वजह से कमी थी तो किसी का सिलेबस ही तैयार नहीं था। आयोग ने कमियों के चलते कई भर्तियों के प्रस्ताव शासन को लौटा दिए थे। इनको दुरुस्त कर दोबारा आयोग को भेजा जाना था, जो नहीं हुआ।