देहरादून। आरबीआई ने अपनी नई मौद्रिक नीति का ऐलान करते हुए एक बार फिर अपनी दरों को बढ़ाने का फैसला किया है। रेपो रेट में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की गई है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज बढ़ी दरों का ऐलान किया। देश की खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर 2022 में गिरकर 5.72% हो गई, लेकिन आरबीआई ने उसे ऊपर मानते हुए रेपो रेट में वृद्धि कर दी है।महंगाई को काबू करने के लिए ब्याज दरों को बढ़ाने का फैसला किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 8 फरवरी को मौद्रिक नीति समिति के फैसलों की घोषणा करते हुए रेपो दर में 25 बीपीएस की वृद्धि की। दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में केंद्रीय बैंक ने प्रमुख बेंचमार्क ब्याज दर में 35 आधार अंकों (bps) की वृद्धि की थी। आपको बता दें कि पिछले साल मई से, रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए अल्पकालिक उधार दर में 225 आधार अंकों की वृद्धि की है। गवर्नर दास ने कहा कि हाल के महीनों में आरबीआई ने मुद्रास्फीति को कितनी अच्छी तरह नियंत्रित किया है, अनुमान है कि यह जल्द ही यह टॉलरेंस बैंड के भीतर होगी। कराधान के मोर्चे पर हाल के सुधारों के माध्यम से ऐसा लगता है कि सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था को बचत पर केंद्रित अर्थव्यवस्था से उपभोग पर आधारित अर्थव्यवस्था में स्थानांतरित करने के लिए नियमों को बदल दिया है।