देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में सोमवार को पूर्व सीएम हरीश रावत गांधी पार्क में धरना देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से वीआइपी को लेकर दिया गया बयान भविष्य में संबंधित मुकदमे और दंड प्रक्रिया में बाधा बन सकता है। हरीश रावत लगातार सरकार और पुलिस से हत्याकांड के पीछे वीआईपी के नाम को लेकर दबाव बना रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि विधानसभा में बैक डोर से नियुक्तियों का मामला यदि अवैध है तो नियुक्ति पाने वाला ही दोषी नहीं है बल्कि नियुक्ति देने और दिलवाने वाला भी बराबर का दोषी है। कमजोर को दंडित करना और अन्य को दंडित नहीं करना यह न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है।ऋषिकेश में जी-20 समिट के आयोजन को लेकर हरीश रावत ने कहा कि यह अपने आप में बड़ी बात है कि उत्तराखंड की हृदय स्थली ऋषिकेश में यह आयोजन हो रहा है। राज्य सरकार का दायित्व है कि वह ऋषिकेश के गोविंद नगर में लगे कूड़े के पहाड़ का निस्तारण कराएं। यहां के विकास का रोड मैप सरकार तैयार करें।
इससे समूचे विश्व में उत्तराखंड राज्य की छवि सुधरेगी। यह सिर्फ पालीटिकल इवेंट बनकर ना रह जाए। इस अवसर पर कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत, राजपाल खरोला, संजय गुप्ता, मनीष शर्मा, सरोज देवराडी, मधु जोशी, राजेंद्र गैरोला आदि मौजूद रहे।