अंकिता हत्याकांड में वीआईपी के नाम पर डेढ़ माह से पड़ा पर्दा नहीं उठ रहा है। पुलिस पता नहीं लगा पाई है कि आखिर वह कौन वीआईपी था, जिसके लिए अंकिता पर दबाव बनाया जा रहा था। पुलिस के पास हर वह साक्ष्य और गवाह हैं, जिससे उसका नाम आसानी से निकल सकता है। बावजूद इसके अब तक पुलिस इस मामले में जांच जारी होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रही है।
दरअसल, अंकिता हत्याकांड का पूरा मामला वीआईपी से जुड़ा हुआ है। आरोपी पुलकित आर्य ने घटना के दिन अंकिता से कहा था कि रिसार्ट में एक वीआईपी 19 सितंबर को आने वाला है। उसे स्पेशल सर्विस देनी है। जाहिर है जिसके लिए इतनी तैयारियां की जा रहीं थीं तो उसका नाम पुलकित और उसके दोस्तों को तो जरूर पता होगा। अब सवाल उठता है कि पुलिस ने जब इन तीनों को तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया, तो राज क्यों नहीं उगलवाया गया, जबकि अंकिता की नाराजगी इसी बात पर थी कि उससे ऐसे गंदे काम कराने के लिए मजबूर किया जा रहा है।