नई दिल्ली। 10 मार्च से पहले एग्जिट पोल के नतीजों ने उत्तरप्रदेश में भाजपा का परचम फहराया है। तीन दशक उत्तर प्रदेश में भाजपा दोबारा रिपीट करती दिख रही है। वहीं उत्तराखंड में अलग अलग एजेंसियों के अलग अलग रूझान हैं। दस में से पांच ने उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनाई है, जबकि चार ने भाजपा को बहुमत दिया है। एक एजेंसी त्रिशंकु विधानसभा दिखा रहा है। पंजाब में आप आदमी क्लीन स्वीप कर रही है। गोवा में ज्यादातर एक्जिट पोल त्रिशंकु नतीजों का अनुमान लगा रहे हैं और मणिपुर में भाजपा कांग्रेस से आगे खड़ी दिख रही है।
सात चरणों के बाद जारी हुए एक्जिट पोल की मानें तो विपक्षी दांव नहीं चल पाया। सभी सर्वे एजेंसियां भाजपा को बहुमत दे रही हैं। औसतन भाजपा को 403 में से 250 के आसपास सीटें दी गई। कुछ सर्वे भाजपा के 300 पार के दावे का भी समर्थन करते दिखे। फिलहाल हर तरह से यह जीत बहुत बड़ी होगी, क्योंकि उत्तर प्रदेश में अरसे से कोई सरकार दोबारा नहीं जीती है।
पंजाब में भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ मिलकर एक गठबंधन तैयार किया था और भविष्य की जमीन तैयार करने की कोशिश शुरू हुई थी। पोल में इसका खास असर नहीं दिखा। वहीं विस्तार की कवायद में जुटी आम आदमी पार्टी के लिए पंजाब में बहुमत एक बहुत बड़ी छलांग हो सकती है।
उत्तराखंड छोटा राज्य है और यहां एक सीट का हेर फेर भी दलों के लिए भारी पड़ता रहा है। एक्जिट पोल भी यहां की तस्वीर साफ नहीं कर पा रहे हैं। कुछ ने भाजपा को बढ़त दी तो कुछ ने कांग्रेस को। मणिपुर में सामान्यत: भाजपा बढ़त में दिख रही है और गोवा में त्रिशंकु की स्थिति है।
ध्यान रहे कि गोवा में इस बार भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ तृणमूल कांग्रेस ने भी स्थानीय दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। कांग्रेस ने तो यह आरोप भी लगाया कि तृणमूल और आम आदमी पार्टी मिलकर भाजपा के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई को कमजोर कर रहे हैं।