हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला एक बार फिर सियासी सरगर्मियों का केंद्र बनने जा रही है। प्रदेश की चौदहवीं विधानसभा का दसवां शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है और इसे लेकर राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। तपोवन स्थित विधानसभा परिसर में होने वाले इस सत्र के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ही अपनी-अपनी कमर कस चुके हैं। सदन के भीतर एक-दूसरे को घेरने और जवाब देने के लिए मंगलवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है, क्योंकि इसी दिन दोनों पक्ष अपनी-अपनी अंतिम रणनीति तैयार करेंगे।
विधानसभा सत्र के आगाज से ठीक पहले मंगलवार को धर्मशाला में बैठकों का दौर चलेगा। सरकार को घेरने के लिए विपक्ष के तेवर तीखे नजर आ रहे हैं और वे अपनी योजना को अंतिम रूप देने के लिए एक विशेष बैठक करेंगे। विपक्ष के विधायक दल की यह बैठक धर्मशाला के होटल डी पोलो में निर्धारित की गई है। वहीं दूसरी ओर, सरकार भी विपक्ष के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। सरकार विकास कार्यों और आंकड़ों के सहारे विपक्ष का सामना करने की योजना बना रही है। सत्तापक्ष के विधायक दल की यह अहम बैठक होटल धौलाधार में आयोजित होगी। इन बैठकों में हिस्सा लेने के लिए सरकार और विपक्ष के तमाम नेता मंगलवार को धर्मशाला पहुंच जाएंगे।
इस बार का शीतकालीन सत्र कई मायनों में ऐतिहासिक और खास होने वाला है। 26 नवंबर से शुरू होकर 5 दिसंबर तक चलने वाले इस सत्र में कुल आठ बैठकें प्रस्तावित हैं। तपोवन विधानसभा के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी शीतकालीन सत्र के दौरान इतनी अधिक संख्या में बैठकें आयोजित की जा रही हैं। सामान्यतः शीतकालीन सत्र छोटा होता है, लेकिन इस बार कार्यसूची लंबी होने के कारण बैठकों की संख्या बढ़ाई गई है।
बैठकों की संख्या बढ़ने का सीधा असर सरकारी खजाने पर पड़ने वाले बोझ पर भी दिखेगा। अधिकारियों का अनुमान है कि इस बार सत्र के आयोजन का खर्च पिछले वर्षों की तुलना में अधिक होगा। पहले जहां तपोवन में सत्र आयोजित करने का खर्च एक से डेढ़ करोड़ रुपये के बीच आता था, वहीं इस बार इसके दो करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। खर्च में यह बढ़ोतरी सत्र की अवधि और बैठकों की संख्या बढ़ने के कारण मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की बात करें तो वे मंगलवार शाम को धर्मशाला पहुंचेंगे। उनका हेलीकॉप्टर शाम करीब चार बजे साई मैदान में उतरेगा। इसके बाद मुख्यमंत्री परिधि गृह जाएंगे जहां वे आम जनता से मुलाकात करेंगे। शाम को वे होटल धौलाधार में सत्तापक्ष के विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता करेंगे और विधायकों को सत्र के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे।
सत्र की विधिवत जानकारी देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया भी मंगलवार को मीडिया से मुखातिब होंगे। वे तपोवन विधानसभा परिसर में सत्र से जुड़ी तैयारियों, विधायकों द्वारा पूछे जाने वाले तारांकित और अतारांकित प्रश्नों की संख्या और सदन की कार्यवाही को लेकर विस्तृत जानकारी साझा करेंगे। कुल मिलाकर, धर्मशाला की ठंडी फिजाओं में सियासी पारा चढ़ने को तैयार है।
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