नई दिल्ली: दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क एक और रिकॉर्ड के करीब पहुंच गए हैं. टेस्ला के शेयरहोल्डर्स ने हाल ही में एक ऐतिहासिक पे पैकेज को मंजूरी दी है, जिससे मस्क दुनिया के पहले ट्रिलियनेयर बन सकते हैं.
अगर अगले 10 सालों में मस्क अपनी तय परफॉर्मेंस टारगेट्स को पूरा कर लेते हैं, तो उन्हें करीब 1 ट्रिलियन डॉलर (लगभग ₹83 लाख करोड़) के शेयर मिल सकते हैं. यह रकम इतनी बड़ी है कि यह दुनिया के 190 देशों में से 183 देशों की जीडीपी से भी ज्यादा है.
अन्य टॉप सीईओ की कमाई मस्क से काफी पीछे
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में दुनिया के टॉप 10 सीईओ की सैलरी मस्क के मुकाबले बहुत कम रही. यह रही उनकी सालाना कमाई (डॉलर और भारतीय रुपये में):
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माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला: 79.1 मिलियन डॉलर (₹656 करोड़)
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एप्पल के टिम कुक: 74.6 मिलियन डॉलर (₹619 करोड़)
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एनवीडिया के जेन्सन हुआंग: 49.9 मिलियन डॉलर (₹414 करोड़)
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एली लिली के डेविड रिक्स: 29.2 मिलियन डॉलर (₹242 करोड़)
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मेटा के मार्क जुकरबर्ग: 27.2 मिलियन डॉलर (₹226 करोड़)
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वीजा के रयान मैकिनरनी: 26.0 मिलियन डॉलर (₹216 करोड़)
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अल्फाबेट के सुंदर पिचाई: 10.7 मिलियन डॉलर (₹89 करोड़)
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ब्रॉडकॉम के हॉक टैन: 2.6 मिलियन डॉलर (₹21 करोड़)
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अमेजन के एंडी जेसी: 1.6 मिलियन डॉलर (₹13 करोड़)
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बर्कशायर हैथवे के वॉरेन बफेट: 0.4 मिलियन डॉलर (₹3.3 करोड़)
इन सभी में शेयर अवॉर्ड्स और बोनस शामिल हैं, लेकिन मस्क का पैकेज इन सब से कई गुना बड़ा है.
2018 के मुकाबले 18 गुना बड़ा नया डील
मस्क का नया पे पैकेज उनके 2018 वाले 56 बिलियन डॉलर के डील से करीब 18 गुना बड़ा है. इस बार टेस्ला ने उन्हें इतना बड़ा रिवॉर्ड देने का फैसला किया है, जितना खुद कंपनी का मौजूदा मार्केट वैल्यू है.
फिलहाल मस्क की नेटवर्थ करीब 460 बिलियन डॉलर (₹38 लाख करोड़) है, जो टेस्ला, स्पेसएक्स और उनकी एआई कंपनी xAI से जुड़ी है. अगर यह नया प्लान सक्रिय हुआ, तो मस्क की संपत्ति कई देशों की अर्थव्यवस्था के बराबर हो जाएगी.
75% शेयरहोल्डर्स ने किया मस्क के पक्ष में वोट
इस फैसले पर पिछले कुछ हफ्तों से निवेशकों में गहमागहमी रही. कई लोग सवाल उठा रहे थे कि क्या किसी एक व्यक्ति को इतनी बड़ी रकम देना ठीक है. फिर भी, 75% से ज्यादा शेयरहोल्डर्स ने एलन मस्क के पक्ष में वोट किया. यह वोटिंग ऑस्टिन, टेक्सास में हुई टेस्ला की वार्षिक मीटिंग में हुई, जिसमें छोटे इन्वेस्टर्स से लेकर बड़े फंड्स तक ने हिस्सा लिया.
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