Punjab: पंजाब में बाढ़ राहत और सतलुज नदी की डी-सिल्टिंग पर मंत्रियों का फोकस – The Hill News

Punjab: पंजाब में बाढ़ राहत और सतलुज नदी की डी-सिल्टिंग पर मंत्रियों का फोकस

चंडीगढ़/लुधियाना/जालंधर:

पंजाब के जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल और राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने आज लुधियाना जिले की ससरली कॉलोनी में सतलुज नदी में चल रहे डी-सिल्टिंग (गाद निकालने) के कार्यों का निरीक्षण किया.

कैबिनेट मंत्रियों ने गाद के जमाव को हटाने और नदी को उसके मूल मार्ग पर बहाल करने में तेजी लाने के लिए विशेष फ्लोटिंग उत्खननकर्ताओं (excavators), पोकलेन और जेसीबी सहित अतिरिक्त संसाधनों को तत्काल तैनात करने का निर्देश दिया. उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार ने पहले ही नदी के प्रवाह को उसके प्राकृतिक मार्ग पर वापस मोड़ने के लिए उन्नत फ्लोटिंग उत्खननकर्ताओं को तैनात कर दिया है.

उन्होंने आगे नदी के प्रवाह की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने और आगे गाद के जमाव को रोकने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों और मशीनरी को जुटाने का निर्देश दिया.

मंत्रियों ने कहा कि मुख्यमंत्री एस. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में सभी कैबिनेट मंत्री, विधायक और अधिकारी बाढ़ प्रभावित लोगों की राहत और पुनर्वास के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने दोहराया कि सरकार उनके पुनर्वास के लिए समय पर सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.

कैबिनेट मंत्रियों ने आश्वासन दिया कि सभी प्रभावित परिवारों को 45 दिनों के भीतर मुआवजा वितरित कर दिया जाएगा, उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का आकलन करने के लिए युद्धस्तर पर विशेष गिरदावरी पहले ही की जा रही है.

बाद में, राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने साहिबाना गांव का दौरा किया और अपने वेतन से 50,000 रुपये बलबीर सिंह को उनकी बाढ़ से क्षतिग्रस्त छत की तत्काल मरम्मत के लिए सौंपे. उन्होंने यह भी घोषणा की कि पंजाब सरकार बलबीर सिंह की आगे सहायता के लिए अतिरिक्त धनराशि जारी करेगी.

जालंधर में धूससी बंध पर राहत कार्य

जालंधर में जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने गांव मंडला छन्ना का भी दौरा किया ताकि धूससी बंध को मजबूत करने के कार्यों की समीक्षा की जा सके, जहां जल निकासी विभाग, सैकड़ों स्वयंसेवकों, स्थानीय संगत और सेना कर्मियों के सहयोग से बड़े पैमाने पर राहत अभियान चल रहा है. उनके साथ संसद सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल और अतिरिक्त उपायुक्त जसबीर सिंह भी थे.

जल संसाधन मंत्री ने कहा कि सतलुज के किनारे इस महत्वपूर्ण बंध को सुरक्षित करने के लिए, जालंधर प्रशासन, जल निकासी विभाग और सेना इकाइयों की समर्पित टीमें राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल की देखरेख में चौबीसों घंटे काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि संसाधनों की कोई कमी नहीं है क्योंकि सरकार ने सामग्री और जनशक्ति की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की है. प्रशासन, सेना, एसडीआरएफ और संगत के अथक प्रयासों की सराहना करते हुए, उन्होंने कहा कि पानी का स्तर घटने के बाद आगे सुदृढीकरण का काम किया जाएगा.

 

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