देहरादून और आसपास के इलाकों में सोमवार रात हुई मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है. अतिवृष्टि के कारण कई क्षेत्रों में भूस्खलन, बाढ़ और पुलों के बह जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. अभी तक कुल 10 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 8 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया है.
सहस्रधारा के पास कारलीगढ़ में अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है. मालदेवता क्षेत्र में नदी के उफान से सड़क, पुश्ते और पुल बह गए हैं, जिससे आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. रिस्पना और बिंदाल नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई आवासीय कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं. घरों में मलबा घुस गया है, और कई दुकानें व होटल भी पानी के तेज बहाव में बह गए हैं.
यातायात पर पड़ा व्यापक असर
मूसलाधार बारिश के कारण यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई है. देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रेमनगर नंदा की चौकी के पास पुल बह जाने से इस मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है. मसूरी-देहरादून मार्ग पर भी जगह-जगह भूस्खलन होने से मार्ग बंद हो गया है, जिससे मसूरी आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जानमाल का भारी नुकसान
इस प्राकृतिक आपदा में जानमाल का भी भारी नुकसान हुआ है. आसन नदी में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के बह जाने से उसमें सवार 13 लोग लापता हो गए थे, जिनमें से 5 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. जानकारी के अनुसार, अभी तक कुल 10 शव बरामद किए गए हैं और 8 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर जज रेट पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक स्कूटी सवार पंजाब के युवक की मौके पर ही मौत हो गई.
मसूरी के झड़ीपानी से राजपुर को जाने वाले पुराने पैदल मार्ग के पास हुए भूस्खलन में दो लोग दब गए, जिनमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई. देवभूमि कॉलेज में मलबा भर जाने के कारण छात्र-छात्राओं को बाहर निकालना पड़ा. प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर में भी पानी भर गया, जिससे मंदिर की रेलिंग और पानी की टंकी बह गई.
मुख्यमंत्री धामी ने किया दौरा, केंद्र से मिला हर संभव मदद का आश्वासन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को युद्धस्तर पर राहत पहुंचाने और प्रभावितों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बात कर अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति की विस्तृत जानकारी ली. दोनों नेताओं ने उत्तराखंड को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर था और एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), पुलिस और स्थानीय प्रशासन लगातार सक्रिय रूप से राहत कार्यों में जुटे हुए हैं.