शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बुधवार सुबह अचानक दिल्ली दौरे पर रवाना हो गए। सीएम के इस अप्रत्याशित दिल्ली दौरे को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, खासकर राज्य की राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा का विषय बन गया है।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सुक्खू कांग्रेस द्वारा संचालित ‘वोट चोर सत्ता छोड़’ आंदोलन में शामिल हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, ऐसी संभावना है कि मुख्यमंत्री बिहार में आयोजित होने वाली राहुल गांधी की रैली में भी शिरकत कर सकते हैं, जो पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी को दर्शाता है।
इस दौरे का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के संबंध में कांग्रेस आलाकमान के नेताओं से मुलाकात करना भी है। हिमाचल प्रदेश में गत नवंबर, 2024 से कांग्रेस कार्यकारिणी भंग है, और विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी कार्यकर्ता जल्द से जल्द कार्यकारिणी के गठन की मांग कर रहे हैं। हालांकि, आपसी उठापटक के कारण इसके गठन में लगातार देरी हो रही है, जिसे मुख्यमंत्री आलाकमान के साथ मिलकर सुलझाने का प्रयास करेंगे।
मुख्यमंत्री के इस दौरे के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद पर भी महत्वपूर्ण चर्चा होने की उम्मीद है। 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले वर्तमान अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के स्थान पर किसी और नेता को नियुक्ति दिए जाने की तैयारी है। चुनाव को ध्यान में रखते हुए, सभी नेता अपनी पसंद के चेहरे को अध्यक्ष बनाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। उम्मीद की जा रही है कि सीएम के इस दौरे के दौरान संगठन और नए अध्यक्ष के मुद्दे पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।
मुख्यमंत्री सुक्खू के दिल्ली जाने के फलस्वरूप, आज विधानसभा मानसून सत्र में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री मुख्यमंत्री के नाम से अंकित प्रश्नों के उत्तर देंगे। विधानसभा में मंगलवार को भी जगत सिंह नेगी और विपक्ष के बीच काफी गहमागहमी देखी गई थी। ऐसे में आज भी सदन में हंगामे के आसार बने हुए हैं, और सीएम सुक्खू की गैरमौजूदगी में डिप्टी सीएम अग्निहोत्री ही मोर्चा संभालेंगे। यह दौरा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के भीतर चल रहे संगठनात्मक बदलावों और आगामी चुनावों की रणनीति के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Pls reaD:Himachal: हिमाचल विधानसभा में APMC दुकानों के आवंटन पर हंगामा, भाजपा का वॉकआउट