नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में अलास्का में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में यूक्रेन युद्ध सहित कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई, हालांकि, घंटों चली यह मुलाकात किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। अमेरिकी धरती पर पुतिन का स्वागत डोनाल्ड ट्रंप ने बेहद गर्मजोशी के साथ किया, जिसमें रेड कारपेट और हवाई प्रदर्शन भी शामिल था, जिसने दुनिया भर का ध्यान अपनी ओर खींचा।
यह मुलाकात यूक्रेन युद्ध के वर्ष 2022 में शुरू होने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का अमेरिका की धरती पर पहला कदम था। साथ ही, यह एक दशक से अधिक समय बाद किसी प्रमुख अमेरिकी राष्ट्रपति शिखर सम्मेलन में पुतिन की सार्वजनिक उपस्थिति थी। दोनों नेताओं ने लगभग तीन घंटे तक चली इस बैठक को सकारात्मक बताया, लेकिन किसी भी समझौते पर सहमति नहीं बन पाई।
बैठक का मुख्य आकर्षण पुतिन का शाही स्वागत था। जब दोनों नेता रेड कारपेट पर आगे बढ़ रहे थे, उस वक्त हवा में एक बी-2 स्टील्थ बॉम्बर और एफ-22 या एफ-35 लड़ाकू विमानों का शानदार प्रदर्शन देखा गया, जिसने एक अविस्मरणीय दृश्य प्रस्तुत किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पुतिन का स्वागत करते हुए कहा कि “यह एक महत्वपूर्ण बैठक है,” और “जब हम साथ मिलकर काम करते हैं तो काफी कुछ अच्छा होता है।” इस स्वागत ने वैश्विक दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या पुराने मित्र एक बार फिर करीब आ रहे हैं।
इस शिखर सम्मेलन का आयोजन काफी कम समय में किया गया था, जिसे अमेरिकी अधिकारियों ने भी “सामान्य शिखर सम्मेलन कूटनीति से अलग” बताया। ट्रंप ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि यह बैठक एक “अनुभूति बैठक” जैसी थी और अगर यह खराब रही तो वह तुरंत बाहर निकल सकते हैं।
बैठक के दौरान, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परोक्ष रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर वर्ष 2022 में डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति होते, तो यूक्रेन के साथ जंग नहीं छिड़ी होती। पुतिन ने विश्वास व्यक्त किया कि युद्ध टल जाता और उन्होंने ट्रंप के साथ अपने “बहुत अच्छे व्यावसायिक संबंध” का भी जिक्र किया। बैठक के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में पुतिन ने लगभग आठ मिनट तक अपनी बात रखी, जबकि ट्रंप ने करीब चार मिनट तक संक्षिप्त टिप्पणियां कीं। पुतिन ने दोस्ताना लहजे में ट्रंप का आभार व्यक्त किया, जबकि ट्रंप ने रचनात्मक बातचीत और यूक्रेन समझौते की अपनी आशा दोहराई।
टैरिफ के मुद्दे पर भी चर्चा की अटकलें लगाई जा रही हैं। ट्रंप से जब रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाने के फैसले के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वह इस पर विचार कर रहे हैं और आने वाले दो-तीन हफ्तों में इस विषय पर चर्चा करेंगे। यह ध्यान देने योग्य है कि इस बैठक में यूक्रेन को शामिल नहीं किया गया था। पुतिन ने बैठक से पहले ही कहा था कि कीव को इसमें शामिल नहीं किया गया है और उन्होंने युद्ध समाप्त करने तथा रूस को आवश्यक कदम उठाने के लिए अमेरिका से मजबूत समर्थन का आग्रह किया।
इस बेनतीजा बैठक के बाद अब सभी की निगाहें भविष्य पर टिकी हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने जल्द ही फिर से बात करने और मिलने की उम्मीद जताई, जबकि पुतिन ने अगली मुलाकात मॉस्को में होने की इच्छा व्यक्त की। हालांकि, इस महत्वपूर्ण वार्ता के बाद भी आगे की राह और किसी ठोस निष्कर्ष पर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है।
Pls read:US: पुतिन-ट्रंप की अहम अलास्का मुलाकात पर टिकी दुनिया की निगाहें