शिमला:
भूटान साम्राज्य के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी उप मिशन प्रमुख, रॉयल भूटानी दूतावास, ताशी पेल्डन और मंत्री काउंसेलर, रॉयल भूटानी दूतावास, चिमी वांग्मो के नेतृत्व में आज यहां मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट की और मैत्री समझौते सहित विभिन्न आपसी संबंधों पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और भूटान के संबंध हमेशा सौहार्दपूर्ण रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1949 में दोनों देशों के बीच एक मैत्री समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसे 2007 में नवीनीकृत किया गया था। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि हिमाचल प्रदेश, प्रदेशवासियों की ओर से दोस्ती के प्रतीक के रूप में भूटान की शाही सरकार के वन एवं पार्क सेवा विभाग को चिलगोजे के 5,000 पौधे सौंपकर इन संबंधों को और मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहा कि जायका (JICA) परियोजना के तहत स्वयं सहायता समूहों द्वारा एकत्रित 50 किलोग्राम बीज भी अक्टूबर में भूटान को प्रदान किए जाएंगे।
सुक्खू ने कहा कि चिलगोजे के पौधे राज्य के किन्नौर जिले और चंबा जिले के पांगी व भरमौर क्षेत्रों में पाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि चिलगोजे के बीज किन्नौर जिले के लोगों की आजीविका में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उन्हें बाजार में उपज की लाभकारी कीमतें मिलती हैं। उन्होंने कहा कि इस पौधे के बीजों में औषधीय गुण होते हैं और ये एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होते हैं। उन्होंने चिलगोजे के पौधे लगाने के लिए भूटान सरकार को तकनीकी सहायता की भी पेशकश की।
ताशी पेल्डन ने भूटान सरकार को चिलगोजे के पौधे उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया और कहा कि इस तरह के कदम द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में बहुत सहायक होते हैं।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पंत, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर और प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय सूद भी उपस्थित थे।
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