उत्तरकाशी। जिले के आपदाग्रस्त धराली क्षेत्र में फंसे हुए लोगों तक राहत पहुंचाने का अभियान मंगलवार को एक बार फिर तेज हो गया। दोपहर में मौसम के साफ होते ही हेलीकॉप्टरों ने मातली हेलीपैड और चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी से उड़ानें भरीं और न केवल प्रभावितों तक आवश्यक सामग्री पहुंचाई, बल्कि एक सराहनीय मानवीय कार्य में दो गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित एयरलिफ्ट कर अस्पताल भी पहुंचाया।
दो तरफा राहत अभियान
मौसम के करवट बदलते ही प्रशासन ने राहत कार्यों में तेजी दिखाई। मातली हेलीपैड से हेलीकॉप्टरों के माध्यम से खाद्य पदार्थों सहित विभिन्न प्रकार की राहत सामग्री की खेप भेजने का सिलसिला फिर से शुरू हो गया।
इसके साथ ही, चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी से भी एक बहुआयामी राहत अभियान चलाया गया। यहां से हेलीकॉप्टरों के जरिए न केवल खाद्यान्न और ईंधन की खेप आपदा प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाई गई, बल्कि सड़क संपर्क बहाल करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के उपयोग हेतु वायरक्रेट्स भी हेलीकॉप्टर के माध्यम से हर्षिल भेजे गए, ताकि जल्द से जल्द सड़क मार्ग को खोला जा सके।
गर्भवती महिलाओं को पहुंचाया अस्पताल
इस राहत अभियान के बीच, प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण मानवीय कदम उठाते हुए धराली गांव की दो गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित निकाला। इन महिलाओं को तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता थी, लेकिन सड़क मार्ग बंद होने के कारण वे अस्पताल नहीं पहुंच पा रही थीं। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन दोनों महिलाओं को हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहले मातली हेलीपैड तक लाया और वहां से उन्हें तत्काल जिला अस्पताल, उत्तरकाशी में भर्ती कराया गया।
प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि आपदाग्रस्त क्षेत्र में राहत पहुंचाने का अभियान निरंतर जारी है और मौसम के साफ होते ही प्रभावितों तक हर संभव मदद पहुंचाने के प्रयास तेज कर दिए जाते हैं।
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