देहरादून: उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के लिए दशकों पुराना सपना अब हकीकत बनने की ओर बढ़ रहा है। केंद्र सरकार ने सामरिक और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन परियोजना पर काम शुरू करने के लिए राज्य सरकार से औपचारिक सहमति मांगी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद इस “गेम चेंजर” प्रोजेक्ट के धरातल पर उतरने का रास्ता लगभग साफ हो गया है।
जल्द शुरू होगा 170 किमी लंबी लाइन पर काम
लगभग 170 किलोमीटर लंबी यह प्रस्तावित रेल लाइन कुमाऊं क्षेत्र में रेल नेटवर्क के विस्तार की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम मानी जा रही है। इस परियोजना के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे का काम पहले ही पूरा हो चुका है। अब अगले चरण में काम शुरू करने से पहले केंद्र सरकार ने राज्य से औपचारिक सहमति प्रदान करने को कहा है, ताकि परियोजना को आगे बढ़ाया जा सके। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव को इस दिशा में सभी औपचारिकताएं शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार जल्द ही इस संबंध में आधिकारिक पत्र केंद्र को भेजने जा रही है।
गढ़वाल-कुमाऊं को जोड़ेगी रेल लाइन
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में रेल नेटवर्क का जाल बिछाने पर तेजी से काम चल रहा है। इसी कड़ी में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर युद्धस्तर पर काम जारी है और इस सामरिक महत्व की परियोजना के 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन बन जाने के बाद, भविष्य में कर्णप्रयाग और बागेश्वर जैसे दो प्रमुख पर्वतीय शहरों को रेल नेटवर्क से जोड़कर गढ़वाल और कुमाऊं के बीच सीधा रेल संपर्क स्थापित किया जा सकता है, जो राज्य के एकीकृत विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
अन्य परियोजनाओं पर भी तेजी से काम
राज्य सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार कई अन्य रेल परियोजनाओं पर भी काम कर रही है।
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ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल लाइन: इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है।
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देहरादून-सहारनपुर रेल लाइन: 81 किलोमीटर लंबी इस लाइन की भी डीपीआर तैयार हो रही है। यह रेल लाइन शाकुंभरी देवी मंदिर के रास्ते से होकर गुजरेगी और सहारनपुर को सीधे देहरादून के हर्रावाला रेलवे स्टेशन से जोड़ेगी। इस परियोजना में 11 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण भी शामिल है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन पर काम शुरू करने के लिए सभी औपचारिकताएं तेजी से पूरी की जा रही हैं। इसी तरह ऋषिकेश-उत्तरकाशी और देहरादून-सहारनपुर रेलवे लाइनों की भी फाइनल डीपीआर तैयार की जा रही है। केंद्र सरकार उत्तराखंड में रेल नेटवर्क को मजबूत करने में पूरा सहयोग प्रदान कर रही है।”
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