खटीमा/देहरादून।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को अपने गृह क्षेत्र खटीमा को एक बड़ी और बहुप्रतीक्षित शैक्षणिक सौगात दी। उन्होंने अखिल भारतीय शिक्षा समागम के तहत आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में ₹26.23 करोड़ की लागत से नवनिर्मित ‘पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय’ के भवन का लोकार्पण किया। साल 2019 से किराए के भवन में संचालित हो रहे इस विद्यालय को अब अपना स्थायी और आधुनिक परिसर मिल गया है, जिससे क्षेत्र के हजारों छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भावुक हो गए और उन्होंने अपने छात्र जीवन को याद किया। उन्होंने कहा, “यह सभी के लिए हर्ष और गौरव का क्षण है। यदि मेरे छात्र जीवन के दौरान खटीमा में केंद्रीय विद्यालय होता, तो मैं स्वयं भी इसी का छात्र होता।” उन्होंने बताया कि विधायक रहते हुए उन्होंने खटीमा में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना के लिए हर संभव प्रयास किए थे, ताकि यहां के बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए बाहर पलायन न करना पड़े। आज उसी विद्यालय को अपना भव्य भवन मिलना एक सपने के साकार होने जैसा है। उन्होंने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का समस्त खटीमा वासियों की ओर से आभार व्यक्त किया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति और खटीमा का विकास
मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में आई नई शिक्षा क्रांति से जोड़ा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में लागू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) देश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने वाला एक ऐतिहासिक कदम है, जिसे लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना है। उन्होंने बताया कि NEP के तहत प्रदेश के 5600 से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों में ‘बालवाटिका’ कक्षाएं शुरू की गई हैं।
खटीमा को अपना घर और यहां के निवासियों को अपना परिवार बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने यहां स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल से लेकर बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने हाईटेक बस स्टैंड, आधुनिक आईटीआई, 100 बेड का नया अस्पताल परिसर, राष्ट्रीय स्तर का अत्याधुनिक खेल स्टेडियम, गदरपुर-खटीमा बाईपास और सड़कों के व्यापक नेटवर्क जैसे विकास कार्यों का भी उल्लेख किया।
भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों पर सरकार का कड़ा रुख
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की अन्य उपलब्धियों और सख्त नीतियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राज्य में घृणित मानसिकताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। सख्त दंगारोधी और धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किए गए हैं और साढ़े छह हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति का उल्लेख करते हुए बताया कि पिछले तीन वर्षों में आईएएस, पीसीएस समेत 200 से अधिक भ्रष्ट लोगों को जेल भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि उनकी सरकार देवभूमि उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने ‘विकल्प रहित संकल्प’ को पूरा करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने विद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया। इस अवसर पर मेयर विकास शर्मा, जिलाध्यक्ष भाजपा कमल जिंदल, पूर्व विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र-छात्राएं और स्थानीय गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
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