नई दिल्ली। वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए मौजूदा समय एक बुरे सपने जैसा चल रहा है। कभी दुनिया पर राज करने वाली यह टीम आज अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है, जिसका सबसे शर्मनाक उदाहरण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में देखने को मिला। मैच की दूसरी पारी में पूरी वेस्टइंडीज टीम महज 27 रनों पर ढेर हो गई, जो टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास का दूसरा सबसे न्यूनतम स्कोर है। इस शर्मनाक प्रदर्शन के साथ ही वेस्टइंडीज को यह मैच 176 रनों से गंवाना पड़ा और ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप कर लिया।
ताश के पत्तों की तरह बिखरी बल्लेबाजी
इस मैच में वेस्टइंडीज की टीम दोनों पारियों में बुरी तरह विफल रही। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 225 रन बनाए थे, जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 143 रनों पर सिमट गई। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम भी कुछ खास नहीं कर सकी और 121 रनों पर ऑलआउट हो गई, जिससे वेस्टइंडीज को जीत के लिए 204 रनों का लक्ष्य मिला। यह लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं था, लेकिन कैरेबियाई बल्लेबाजी आक्रमण ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। हालत यह थी कि टीम के सात बल्लेबाज अपना खाता भी नहीं खोल सके और पूरी टीम महज 27 रनों पर पवेलियन लौट गई।
बोर्ड ने बुलाई आपात बैठक, दिग्गजों को दिया बुलावा
इस शर्मनाक हार ने पूरे कैरेबियाई क्रिकेट जगत में हड़कंप मचा दिया है। क्रिकेट वेस्टइंडीज (CWI) के अध्यक्ष डॉक्टर किशोर शॉलो इस प्रदर्शन से बेहद दुखी और नाराज हैं और उन्होंने तत्काल प्रभाव से एक इमरजेंसी रिव्यू मीटिंग बुलाई है। इस संकट की घड़ी में बोर्ड ने अपने महानतम खिलाड़ियों से मदद मांगी है।
अध्यक्ष ने एक पत्र जारी कर बताया है कि इस आपातकालीन समीक्षा बैठक के लिए वेस्टइंडीज क्रिकेट के तीन सबसे बड़े दिग्गजों – सर क्लाइव लॉयड, सर विवियन रिचर्ड्स और ब्रायन लारा – को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। ये तीनों दिग्गज बोर्ड की क्रिकेट रणनीति और ऑफिशिएटिंग कमेटी के साथ मिलकर हार के कारणों का ‘पोस्टमार्टम’ करेंगे। इस कमेटी में पहले से ही शिवनारायण चंद्रपॉल, डेसमंड हेंस और इयान ब्रॉडशॉ जैसे पूर्व दिग्गज शामिल हैं।
‘खिलाड़ी और स्टाफ सो नहीं पाएंगे’
CWI के अध्यक्ष ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए माना कि इस हार के बाद पूरी टीम और सपोर्ट स्टाफ के लिए रात में सो पाना भी मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, “यह प्रदर्शन अस्वीकार्य है और हमें इसकी तह तक जाना होगा।” हालांकि, उन्होंने निराश प्रशंसकों से अपील की है कि वे इस मुश्किल समय में टीम के साथ खड़े रहें और उसका समर्थन करें।
यह हार वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए एक खतरे की घंटी है। बोर्ड द्वारा बुलाई गई यह ‘सुपर कमेटी’ अब टीम के प्रदर्शन, चयन नीतियों और कोचिंग स्टाफ की भूमिका की गहन समीक्षा करेगी। उम्मीद की जा रही है कि इन दिग्गजों के अनुभव और मार्गदर्शन से वेस्टइंडीज क्रिकेट को इस गहरे संकट से बाहर निकालने का कोई रास्ता मिल सकेगा।