चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को राज्य में स्वास्थ्य क्रांति के एक नए युग की शुरुआत की। ‘मुख्यमंत्री सेहत बीमा योजना’ के शुभारंभ के साथ ही पंजाब अपने सभी निवासियों को 10 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज मुफ्त प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
यहां योजना के शुभारंभ के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य भर में कई परिवार गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, लेकिन इलाज की ऊंची लागत के कारण वे गुणवत्तापूर्ण उपचार का खर्च नहीं उठा सकते। उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी बीमारियों के इलाज के लिए या तो अपनी जमीन बेचनी पड़ती थी या अपना घर, जिस कारण वे इलाज कराने से ही पीछे हट जाते थे। भगवंत मान ने इस स्थिति के लिए पिछली सरकारों के उदासीन रवैये को जिम्मेदार ठहराया, जिन्होंने कभी इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान देने की जहमत नहीं उठाई।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब इस योजना के लागू होने से राज्य के सभी निवासी 10 लाख रुपये तक के कैशलेस इलाज के हकदार होंगे। यह इलाज राज्य सरकार के सभी सूचीबद्ध (एम्पैनल्ड) अस्पतालों में पूरी तरह से मुफ्त होगा, जिससे आम आदमी को एक बड़ी राहत मिलेगी। भगवंत मान ने कहा कि अब राज्य के किसी भी निवासी को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अपनी जेब से एक भी पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने अरविंद केजरीवाल को स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में लाने का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र उनकी सरकार की शीर्ष पांच प्राथमिकताएं हैं और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। भगवंत मान ने कहा कि जहां अन्य राजनीतिक दल हमेशा नफरत और विभाजनकारी राजनीति करते रहे हैं, वहीं ‘आप’ ने केजरीवाल के नेतृत्व में इन क्षेत्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर राजनीति को एक नई दिशा दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्वास्थ्य कार्ड लोगों को बिना किसी औपचारिकता के नि:शुल्क जारी किया जाएगा और यह उन्हें गुणवत्तापूर्ण उपचार प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने केंद्र पर तंज कसते हुए कहा कि यह उस रवैये के विपरीत है जो दूसरी सरकारें अपना रही हैं, जहां प्रधानमंत्री अब उन लोगों से भी जन्म का प्रमाण मांग रहे हैं जो सदियों से मतदान करते आ रहे हैं।
पंजाबियों को निशाना बनाए जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वयंभू राष्ट्रवादी पंजाब और पंजाबियों से ईर्ष्या करते हैं। उन्होंने अभिनेता दिलजीत दोसांझ की फिल्म का उदाहरण देते हुए कहा कि पहलगाम हमले से बहुत पहले बनी इस फिल्म पर देश में बेवजह प्रतिबंध लगा दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब अरविंद केजरीवाल जैसा विद्वान व्यक्ति देश का नेतृत्व करेगा, तभी देश दुनिया का नेतृत्व करेगा और सभी सामाजिक बुराइयां दूर होंगी। उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने तस्करों और गैंगस्टरों को संरक्षण दिया, लेकिन अब उनकी सरकार इन राष्ट्र-विरोधी तत्वों को जड़ से खत्म करने के लिए धर्मयुद्ध चला रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि युवाओं की चिताओं के लिए जिम्मेदार ‘जरनैलों’ को जवाबदेह ठहराया जाएगा और उन्हें अपने पापों का हिसाब देना होगा।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और स्वास्थ्य क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा की गई अभूतपूर्व पहलों के बारे में जानकारी दी।