Gujrat: वडोदरा में गंभीरा पुल ढहा, 9 लोगों की मौत, प्रधानमंत्री ने मुआवजे का ऐलान किया

वडोदरा। गुजरात के वडोदरा में बुधवार सुबह एक अत्यंत दर्दनाक हादसा हो गया, जब वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ने वाला महिसागर नदी पर बना ऐतिहासिक गंभीरा पुल अचानक ढह गया। इस हादसे के समय पुल पर से कई वाहन गुजर रहे थे, जो मलबे के साथ सीधे नदी की तेज धार में समा गए। इस भीषण दुर्घटना में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 6 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

घटना की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय पुलिस, दमकल विभाग और प्रशासन की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचीं। वडोदरा के कलेक्टर अनिल धमेलिया ने जानकारी दी कि सुबह होते ही बचाव अभियान शुरू कर दिया गया था। नगरपालिका की टीम और स्थानीय कुशल तैराकों की मदद से नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। दमकल कर्मियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, बचाव अभियान के दौरान एक-एक कर 9 शव नदी से बरामद किए गए, जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 9 हो गया।

इस दुखद घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में कहा, “वडोदरा में पुल गिरने से हुई जनहानि से अत्यंत दुखी हूं। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

इस हादसे के बाद वडोदरा और आणंद के बीच यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। पुल के दोनों ओर वाहनों की कई किलोमीटर लंबी कतारें लग गईं, जिसके बाद पुलिस ने ट्रैफिक को दूसरे वैकल्पिक मार्गों पर मोड़ दिया है। इस पुल के ढहने से हजारों लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है, जिन्हें अब अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए लगभग 40 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है।

इस बीच, हादसे को लेकर प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता अमित चावड़ा ने आरोप लगाया है कि गंभीरा पुल काफी लंबे समय से जर्जर अवस्था में था। उन्होंने कहा कि पुल की मरम्मत के लिए स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासन से कई बार शिकायतें की गई थीं, लेकिन उन पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिसका परिणाम आज इस बड़ी त्रासदी के रूप में सामने आया है।

फिलहाल, गुजरात सरकार ने हादसे की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। पुल के ढहने के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए इंजीनियरों और विशेषज्ञों की एक टीम मौके पर भेजी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे की असल वजह सामने आ पाएगी।

 

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