देहरादून। देश के नागरिक उड्डयन के भविष्य पर मंथन के लिए देहरादून एक महत्वपूर्ण केंद्र बना, जहाँ आयोजित ‘नागर विमानन सम्मेलन-2025’ में पर्वतीय राज्यों के लिए एक पृथक विमानन नीति बनाने की पुरजोर मांग उठी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू की उपस्थिति में यह मांग रखते हुए कहा कि पर्वतीय राज्यों की विशिष्ट भौगोलिक चुनौतियों और जरूरतों को देखते हुए एक विशेष नीति समय की आवश्यकता है।
शुक्रवार को होटल में आयोजित इस भव्य सम्मेलन में मुख्यमंत्री धामी ने उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से आए मंत्रियों और देशभर की 117 कंपनियों व संस्थानों के प्रतिनिधियों का स्वागत किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘उड़ान’ योजना ने देश के विमानन क्षेत्र में ऐतिहासिक क्रांति ला दी है। इस योजना ने न केवल छोटे शहरों और दुर्गम क्षेत्रों को हवाई संपर्क से जोड़ा है, बल्कि आम नागरिकों के लिए हवाई यात्रा को सुलभ बनाकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान की है।
मुख्यमंत्री ने पर्वतीय राज्यों के लिए एक पृथक “पर्वतीय विमानन नीति” की वकालत करते हुए कहा कि इसमें विशेष वित्तीय सहायता, संचालन हेतु सब्सिडी, पर्वतीय क्षेत्रों के लिए उपयुक्त एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) नेटवर्क, सटीक मौसम पूर्वानुमान प्रणाली और आपदा-पूर्व तैयारी जैसे महत्वपूर्ण प्रावधान शामिल होने चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि हेली सेवाएं उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्यों में केवल परिवहन का साधन नहीं, बल्कि एक ‘जीवन रेखा’ बन चुकी हैं। आपदा प्रबंधन हो, स्वास्थ्य सेवाएं हों या फिर तीर्थयात्रा, हेलीकॉप्टर सेवाओं ने इन क्षेत्रों में अभूतपूर्व सुविधा प्रदान की है। उन्होंने उत्तराखंड में विकसित हो रहे 18 हेलीपोर्ट्स का जिक्र किया, जिनमें से 12 पर सेवाएं भी प्रारंभ हो चुकी हैं।
सम्मेलन के दौरान हुए विचार-विमर्श में हवाई यात्रा को और सुरक्षित बनाने पर भी विशेष जोर दिया गया। मुख्यमंत्री धामी ने सभी ऑपरेटरों से पर्वतीय उड़ानों के लिए विशेष पायलट प्रशिक्षण सुनिश्चित करने और सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करने का अनुरोध किया। अन्य प्रतिनिधियों ने भी हाल की हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने पर सहमति जताई। चर्चा के दौरान उत्तराखंड के ‘प्रोजेक्ट संजीवनी’ जैसे हेलीकॉप्टर आधारित मेडिकल इमरजेंसी मॉडल को एक सफल उदाहरण के तौर पर प्रस्तुत किया गया, जिसकी सभी ने सराहना की।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, राजस्थान के कैबिनेट मंत्री गौतम कुमार, हरियाणा के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन सहित एयर इंडिया, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, फिक्की और रिलायंस जैसी कई बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे
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