शिमला: गुड़िया दुष्कर्म मामले में पुलिस हिरासत में सूरज की मौत के मामले में सीबीआई अदालत ने आईजी जहूर जैदी सहित आठ पुलिसकर्मियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
सूरज की पत्नी संतुष्ट:
सूरज की पत्नी ममता ने कहा कि वह फैसले से संतुष्ट हैं और उन्हें लगता है कि देर से ही सही, न्याय मिला है। उन्होंने कहा कि उन्हें शुरू से ही पुलिस की कहानी पर विश्वास नहीं था, जिसमें राजू को आरोपी बनाया गया था। ममता के अनुसार, उनका परिवार पिछले छह सालों से राजू के साथ रह रहा था और सूरज और राजू एक साथ काम करते थे और एक परिवार की तरह रहते थे।
सूरज से अंतिम मुलाकात:
ममता ने बताया कि जब वह सूरज से आखिरी बार जेल में मिली थीं, तो सूरज ने कहा था कि डीएनए रिपोर्ट आने के बाद वह बरी हो जाएगा। उसने ममता से कहा था कि वह निर्दोष है और उसे अपना और बच्चों का ध्यान रखना चाहिए। ममता ने कहा कि वह सूरज के शब्दों पर चल रही हैं और अपने बच्चों को पढ़ा-लिखाकर एक बेहतर इंसान बनाना चाहती हैं।
पुलिस द्वारा बार-बार पूछताछ:
ममता ने बताया कि पुलिस सूरज को पहले भी गिरफ्तार कर चुकी थी और बाद में छोड़ दिया था। जब जांच तेज हुई, तो पुलिस सूरज को कई बार पूछताछ के लिए बुलाती थी। एक दिन शाम को पुलिस आई और सूरज को गिरफ्तार कर ले गई। इसके बाद ममता सिर्फ एक बार पांच मिनट के लिए सूरज से मिल पाईं।
गुड़िया के पिता की प्रतिक्रिया:
गुड़िया के पिता ने भी अदालत के फैसले को न्याय माना है। उन्होंने कहा कि सूरज को न्याय मिल गया है, लेकिन गुड़िया के लिए न्याय की लड़ाई जारी रहेगी।
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