देश में लगातार ओमिक्रोन के मामले बढ़ रहे हैं। कई देशों में बच्चों में संक्रमण की संख्या में इजाफा देखा गया है। दरअसल सर्दियों के मौसम में बच्चे काफी बीमार रहते हैं। ऐसे में इम्यून सिस्टम हमें कई बीमारियों से बचा के रखती है। दरअसल, छोटे बच्चों की इम्यूनिटी बड़ों की तरह स्ट्रॉन्ग नहीं होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह पूर्ण तरीके से विकसित नहीं होती है। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले बच्चों को मौसम बदलते ही सर्दी खांसी, जुकाम, बुखार जैसी समस्याएं होनी शुरू हो जाती हैं। कोरोना वायरस कमजोर इम्यून सिस्टम पर ही हमला करता है, ऐसे में बाल रोग विशेषज्ञ का कहना है कि आमतौर पर बच्चों में बुखार, खांसी, बदन दर्द, गला दर्द, सर्दी और तेज सांसे चलना आदि लक्षण हमें कोरोना की तरफ सोचने के लिए इशारा करते हैं। लेकिन कोविड के दूसरी लहर में अस्पताल आने वाले कई बच्चों में उल्टी दस्त के लक्षण भी पाए गए। यदि नवजात बच्चा दूध नहीं पी रहा है तो ऐसे में सतर्क होने की जरूरत है। बिना देर किये आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। ऐसे में बचाव के वही तरीके हैं; मास्क, सैनेटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग और हाइजीन का ख्याल रखना। खुद के बचाव के साथ ही बच्चों को बचा सकते हैं। इसके अलावा बच्चों को पोषण से भरपूर डाइट दें ताकि उनकी इम्यूनिटी अच्छी रहे। कोविड जैसे बीमारियों से बचने के लिए फिलहाल यही अच्छा रास्ता है।