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देहरादून: देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी समेत 11 अन्य सैन्य अधिकारियों की हेलीकाप्टर हादसे में मृत्यु पर देहरादून में पूर्व सैनिकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। गुरुवार को सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के कैंप कार्यालय में श्रृद्धांजलि सभा आयोजित की गई। हंस फाउंडेशन की संस्थापक माता मंगला और कई सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। श्रृद्धांजलि सभा के दौरान सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी और पूर्व सैनिकों द्वारा बिपिन रावत के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन धारण करके भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान मंत्री बिपिन जोशी ने कहा कि उनका जनरल बिपिन रावत से घरेलू संबंध थे। मुझे तो अभी भी बिल्कुल यकीन नहीं हो रहा कि मेरे अनन्य मित्र बिपिन रावत नहीं रहे। यह समूचे राज्य के लिए अत्यधिक भावुक और विचलित कर देने वाला पल है। उत्तराखंड में जन्में होने के कारण सीडीएस बिपिन रावत का देवभूमि के लिए विशेष लगाव था शायद यही कारण था कि राज्य के सैनिक मामलों में मुझे उनसे अपेक्षा के कहीं अधिक सहयोग प्राप्त होता रहा। चाहे सेना भर्ती में राज्य के युवाओं को ऊंचाई में मिली छूट का सवाल हो या फिर राज्य में वीआरओ की स्थापना की बात, चाहे राज्य में टैरिटोरियल आर्मी की दो बटालियनें स्थापित करने का विषय हो अथवा गोरखा रेजीमेंट का भर्ती सेंटर खोलने की बात हो, मुझे उत्तराखंड से जुड़े हर मामले पर उनका सहयोग मिलता रहा।