Uttarakhand: चम्पावत को आध्यात्मिक और वेलनेस हब बनाने की तैयारी मुख्य सचिव ने बस टर्मिनल और एबट माउंट का किया निरीक्षण – The Hill News

Uttarakhand: चम्पावत को आध्यात्मिक और वेलनेस हब बनाने की तैयारी मुख्य सचिव ने बस टर्मिनल और एबट माउंट का किया निरीक्षण

चम्पावत. उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने चम्पावत जिले के विकास को नई दिशा देने के लिए मंगलवार को कई प्रमुख स्थलों का दौरा किया। उनका यह दौरा पर्यटन और बुनियादी ढांचे के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मुख्य सचिव ने न केवल निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा की, बल्कि जिले को आध्यात्मिक पर्यटन और वेलनेस हब के रूप में विकसित करने का खाका भी खींचा। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि पर्यटकों की सुविधाओं और परियोजनाओं की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न किया जाए।

मुख्य सचिव के निरीक्षण अभियान की शुरुआत चम्पावत के प्रस्तावित बस टर्मिनल से हुई। यहां निर्माणदायी संस्था सीएनडीएस के अधिशासी अभियंता गिरीश पंत ने उन्हें प्रोजेक्ट की बारीकियों से अवगत कराया। मुख्य सचिव ने नक्शे और मौके की स्थिति देखने के बाद निर्देश दिए कि बस टर्मिनल सिर्फ एक स्टॉप न बने, बल्कि यह आधुनिक सुविधाओं से लैस हो। उन्होंने खास तौर पर टर्मिनल के भीतर वाहनों की आवाजाही यानी ‘इनसाइड सर्कुलेशन’ को सुव्यवस्थित रखने पर जोर दिया ताकि भविष्य में जाम की स्थिति न बने। साथ ही यात्रियों की सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही।

इसके बाद मुख्य सचिव का काफिला शांति और अध्यात्म के केंद्र मायावती आश्रम पहुंचा। यहां स्वामी दिव्य कृपानंद ने उन्हें आश्रम परिसर का भ्रमण कराया। आश्रम के शांत वातावरण और ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि इस पूरे क्षेत्र को आध्यात्मिक पर्यटन के एक बड़े केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए विशेष प्रयास किए जाने चाहिए।

पर्यटन की संभावनाओं को तलाशते हुए मुख्य सचिव कोलीढेक झील भी पहुंचे। झील की सुंदरता और लोकेशन को देखते हुए उन्होंने इसे भविष्य के बड़े पर्यटन स्थल के रूप में चिन्हित किया। उन्होंने निर्देश दिए कि कोलीढेक झील को केवल नौकायन तक सीमित न रखा जाए, बल्कि इसे एक ‘स्पिरिचुअल ज़ोन’ और ‘योग व वेलनेस हब’ के रूप में विकसित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने मत्स्य विभाग के अधिकारियों को झील में महाशीर मछली के संरक्षण के लिए भी जरूरी कदम उठाने को कहा, जो पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण है।

अपने दौरे के अंतिम चरण में मुख्य सचिव एबट माउंट पहुंचे। यहां से हिमालय की भव्य बर्फीली चोटियों का नजारा देखकर वे काफी प्रभावित हुए। उन्होंने ऐतिहासिक चर्च और पूरे क्षेत्र की जानकारी ली। मुख्य सचिव ने कहा कि एबट माउंट में पर्यटन की अपार संभावनाएं छिपी हैं और इसे विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में उभारा जा सकता है।

इस पूरे निरीक्षण के दौरान कुमाऊं मंडलायुक्त दीपक रावत और जिलाधिकारी मनीष कुमार लगातार मुख्य सचिव के साथ रहे। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, अपर जिलाधिकारी कृष्णनाथ गोस्वामी और जिला पर्यटन अधिकारी लता बिष्ट समेत कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और विकास कार्यों का ब्योरा देते रहे।

 

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