पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को डेरा बाबा नानक में बाढ़ प्रभावित लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश की। उन्होंने हाल ही में आई बाढ़ के दौरान जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए थे, ऐसे 30 हजार से अधिक परिवारों को मुआवजा बांटने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ ने पंजाब के लोगों को भारी कष्ट दिया है और प्रभावित परिवारों का दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सरकार संकट की इस घड़ी में हर पीड़ित परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने मुआवजे के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि आज प्रभावित परिवारों को 377 करोड़ रुपये की राशि बांटी जा रही है। सरकार घर के नुकसान के लिए एक व्यापक पुनर्वास पैकेज लेकर आई है। इसके तहत पूरी तरह से क्षतिग्रस्त घर के लिए 1.20 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है। घर के पुनर्निर्माण के लिए पात्र परिवारों को 70 हजार रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है, जबकि बाकी राशि दो और किस्तों में दी जाएगी ताकि काम बिना किसी रुकावट के चल सके। मान ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि मनरेगा के तहत लाभार्थियों को अपना घर बनाने के लिए 90 दिनों का रोजगार दिया जाएगा और यह दिहाड़ी 1.20 लाख रुपये की नकद सहायता के अतिरिक्त होगी।
आंकड़ों की बात करें तो पूरे पंजाब में लगभग 30 हजार घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से 8056 घर अकेले गुरदासपुर जिले के हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों को फसल के नुकसान के लिए 20 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दिया जा रहा है जो देश में सबसे अधिक है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र ने 1600 करोड़ रुपये का राहत पैकेज रोक रखा है जो कि पहले घोषित किया गया था। यह लोगों के साथ एक और जुमला है। बाढ़ से राज्य को करीब 13500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, इसके बावजूद पंजाब ने देश के अन्न भंडार में लगभग 150 लाख टन धान का योगदान दिया है।
विकास कार्यों की घोषणा करते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि डेरा बाबा नानक क्षेत्र में 23 मॉडल खेल मैदान बनाए जाएंगे, जबकि पूरे गुरदासपुर जिले में 194 आधुनिक खेल मैदान तैयार होंगे। महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम उठाते हुए उन्होंने डेरा बाबा नानक में लड़कियों के लिए एक नया सरकारी कॉलेज खोलने की घोषणा की, जिसमें अगले शैक्षणिक सत्र से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसके अलावा शहर की घनी आबादी के बीच स्थित अनाज मंडी और पावर ग्रिड को उपयुक्त स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने अकाली दल और भाजपा पर पंजाब के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अमृतसर के चारदीवारी वाले शहर, श्री आनंदपुर साहिब और तलवंडी साबो को पवित्र शहर घोषित किया गया है। मान ने कहा कि उनकी सरकार शिक्षा, रोजगार और नशामुक्ति पर जोर दे रही है और अब तक 58 हजार सरकारी नौकरियां योग्यता के आधार पर दी गई हैं
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