पटना: बिहार में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला जब नीतीश कुमार ने दसवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. गांधी मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने नीतीश कुमार और उनके मंत्रिमंडल के 26 सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस नए मंत्रिमंडल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पांच घटक दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं.
नीतीश कुमार के शपथ लेने के तुरंत बाद, भाजपा के दो प्रमुख नेता, सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. यह कदम गठबंधन में भाजपा की मजबूत स्थिति को दर्शाता है.
इस बार के मंत्रिमंडल में महिलाओं की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही. तीन महिला विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, जिनमें जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की लेशी सिंह, जो पहले भी मंत्री रह चुकी हैं, और जमुई से फिर से चुनाव जीतकर आईं श्रेयसी सिंह शामिल हैं. तीसरी महिला मंत्री रमा निषाद हैं, जो भाजपा के टिकट पर पहली बार औराई विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनी हैं. मुजफ्फरपुर जिले की औराई विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली रमा निषाद के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है.
नीतीश कैबिनेट में 13 नए चेहरों को मिला मौका
इस नई कैबिनेट में कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें से 13 ऐसे चेहरे हैं जो पहली बार मंत्री पद संभालेंगे. इनमें कई ऐसे विधायक भी शामिल हैं जो पहली बार विधानसभा चुनाव जीतकर सीधे मंत्री बने हैं. राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) से मंत्री बने दीपक प्रकाश तो किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं. पहली बार मंत्री बने विधायकों में भाजपा की रमा निषाद, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के संजय कुमार और संजय कुमार सिंह का नाम प्रमुख है.
दिलचस्प बात यह है कि रामकृपाल यादव, जो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में रह चुके हैं, पहली बार विधायक बने हैं और अब नीतीश कुमार के साथ मंत्री के रूप में काम करेंगे. जिन अन्य व्यक्तियों को पहली बार मंत्री पद का अवसर मिला है उनमें श्रेयसी सिंह, प्रमोद कुमार, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद और लखेंद्र कुमार रौशन शामिल हैं.
जातिगत संतुलन का विशेष ध्यान
नई सरकार के गठन में जाति आधारित संतुलन का भी विशेष ध्यान रखा गया है. मंत्रिमंडल में विभिन्न सामाजिक वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया गया है ताकि सभी समुदायों को समायोजित किया जा सके. सबसे अधिक पांच मंत्री दलित समाज से बनाए गए हैं. इसके बाद चार राजपूत, तीन वैश्य, दो निषाद, दो कुर्मी, तीन कुशवाहा, दो यादव, दो सहनी, दो भूमिहार और एक-एक ब्राह्मण, कायस्थ तथा चंद्रवंशी समाज के विधायक मंत्री बने हैं. मुस्लिम समाज से जमा खान को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, जो इस संतुलन का एक हिस्सा है.
विभिन्न दलों से मंत्रियों की सूची:
भाजपा कोटे के मंत्री: सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, मंगल पांडेय, दिलीप जायसवाल, नितिन नवीन, रामकृपाल यादव, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, लखेंद्र कुमार रौशन, श्रेयसी सिंह, प्रमोद कुमार चंद्रवंशी.
जदयू कोटे के मंत्री: विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, सुनील कुमार, जमां खान.
लोजपा (रामविलास) कोटे के मंत्री: संजय कुमार सिंह, संजय कुमार.
रालोमो कोटे के मंत्री: दीपक प्रकाश.
हम (सेक्युलर) कोटे के मंत्री: संतोष कुमार सुमन.