पालमपुर: आर्ट ऑफ लिविंग के प्रमुख एवं धर्मगुरु श्रीश्री रविशंकर हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा पहुंचे, जहां पालमपुर के गुजरेड़ा में उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ शीतला माता मंदिर का उद्घाटन किया। यह मंदिर दक्षिणी शैली में बना हुआ है और इसके उद्घाटन के लिए ही श्रीश्री रविशंकर यहां पर विशेष रूप से पहुंचे थे, जबकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मंगलवार को दिल्ली से सीधे गुजरेड़ा पहुंचे। मुख्यमंत्री यहां पर आर्ट ऑफ लिविंग के धार्मिक आयोजन में उपस्थित रहे।
पालमपुर के गुजरेड़ा में आर्ट ऑफ लिविंग का एक आश्रम है और इसी आश्रम के परिसर में माता शीतला के मंदिर का निर्माण किया गया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री की उपस्थिति में धर्मगुरु ने इस मंदिर का विधिवत उद्घाटन किया। यह आयोजन क्षेत्र में आध्यात्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है।
मां को खोजने की जरूरत नहीं, वह हमारे भीतर ही हैं: श्रीश्री रविशंकर
इस अवसर पर श्रीश्री रविशंकर ने अपने संबोधन में कहा, “जो भी यहां भौतिक रूप से घटित होता है, इसकी सूक्ष्म परछाई होती है।” उन्होंने आगे कहा, “संसार में यश पाना हो तो देवीय अनुग्रह चाहिए और अध्यात्म में प्रगति चाहिए। यह दोनों मिलते हैं तो हमारी साधना पूरी होती है। जहां साधना होती है वहां देवी खुद आती हैं।” श्रीश्री रविशंकर ने एक महत्वपूर्ण संदेश देते हुए कहा, “हमें मां को खोजने की जरूरत नहीं है, मां तो हमारे भीतर ही है।” उनका यह संदेश आत्म-खोज और आंतरिक शांति पर जोर देता है।
पूरा प्रदेश अध्यात्म से सरावोर: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिला कांगड़ा में श्रीश्री रविशंकर का हार्दिक स्वागत किया। गुजरेड़ा में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा गुजरेड़ा में जो आश्रम बनाया गया है, वह एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने श्रीश्री रविशंकर के जीवन सफर को प्रेरणादायक बताया और कहा कि उनका जीवन हमें बड़ी प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीश्री रविशंकर ने समाज को नई प्रेरणा और सोच दी है। उन्होंने स्वीकार किया कि आज के भौतिकवाद में बहुत कम लोग ऐसे होते हैं, जो इस आध्यात्मिक मार्ग का अनुसरण करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कांगड़ा में आश्रम की स्थापना श्रीश्री रविशंकर की एक बड़ी देन है। उन्होंने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि इस आश्रम में देश-विदेश के लोग ध्यान व अध्यात्म के लिए आएंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यहां पर जो भी कोई समस्याएं होंगी, उन्हें पूरा किया जाएगा।
सीएम रखेंगे हेलीपोर्ट का नींव पत्थर
इस कार्यक्रम के बाद, मुख्यमंत्री गोपालपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री दोपहर को पंचायत वंड विहार के समीप प्रस्तावित हेलीपोर्ट का नींव पत्थर रखेंगे। इस अवसर पर उनके साथ स्थानीय विधायक आशीष बुटेल, मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल और हिमाचल पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष अजय वर्मा भी मौजूद रहे। हेलीपोर्ट के निर्माण से क्षेत्र में कनेक्टिविटी बेहतर होगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
यह आयोजन हिमाचल प्रदेश में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और आर्ट ऑफ लिविंग के संदेश को फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री और श्रीश्री रविशंकर की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को विशेष महत्व दिया है, जिससे क्षेत्र में धार्मिक और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
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