पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम अब धीरे-धीरे साफ हो रहे हैं, और शुरुआती रुझानों से साफ है कि सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) बहुमत का आंकड़ा पार कर चुका है. बंपर वोटिंग के बाद आज हुई मतों की गिनती में एनडीए 243 विधानसभा सीटों में से 200 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जिससे यह स्पष्ट होता जा रहा है कि बिहार में अगली सरकार एनडीए की ही बनेगी. सरकार बनाने के लिए किसी भी गठबंधन को 122 सीटों की आवश्यकता होती है.
इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 90 से अधिक सीटों पर आगे चल रही है, जिससे वह गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जनता दल यूनाइटेड (जदयू) भी 80 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) भी महत्वपूर्ण संख्या में सीटों पर आगे हैं.
महागठबंधन, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वाम दल शामिल हैं, उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में विफल रहा है. राजद, जो 143 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी, केवल 27 सीटों पर सिमटती दिख रही है, जबकि कांग्रेस और वाम दलों का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा है.
कई हाई-प्रोफाइल सीटों पर भी लगातार नजरें बनी हुई थीं. राघोपुर विधानसभा सीट से राजद नेता तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि वे कई राउंड की गिनती में भाजपा के सतीश कुमार से पीछे चल रहे थे. हालांकि, आठवें राउंड में उन्होंने वापसी करते हुए थोड़ी बढ़त बनाई, लेकिन मुकाबला कड़ा बना हुआ है. मोकामा से अनंत सिंह ने बड़ी जीत की ओर कदम बढ़ा दिए हैं, जबकि छपरा से खेसारी लाल यादव और तारापुर से सम्राट चौधरी भी सुर्खियों में हैं.
मतगणना के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं. समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी ने चुनाव परिणामों पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि विपक्षी दलों को इस पर चर्चा करनी चाहिए, क्योंकि जनता की नाराजगी के बावजूद एक ही पार्टी बार-बार जीत रही है. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एनडीए की इस जीत को प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों में जनता के विश्वास का प्रतीक बताया और कहा कि यह घुसपैठियों और उनके समर्थकों के विरुद्ध जनता का जवाब है.
भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े ने इस जीत को प्रधानमंत्री मोदी के ‘ज्ञान’ (गरीब, युवा, अन्नदाता किसान और नारी) के विकास के आग्रह का परिणाम बताया. उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार की योजनाओं का लाभ जाति और धर्म देखे बिना सभी लाभार्थियों तक पहुंचा है, जिसका परिणाम आज जनता के आशीर्वाद के रूप में मिला है.
कुछ सीटों पर परिणाम घोषित होने लगे हैं. पूर्वी चंपारण के केसरिया से जदयू प्रत्याशी शालिनी मिश्रा और मधुबन से भाजपा के राणा रणधीर ने जीत दर्ज की है. मुजफ्फरपुर के साहेबगंज से भाजपा प्रत्याशी राजू कुमार सिंह ने भी जीत हासिल की है.
इसके अतिरिक्त, कुछ अन्य दलों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम जोकीहाट, कोचाधामन, ठाकुरगंज, अमौर और बैसी सहित पांच सीटों पर आगे चल रही है. जन सुराज पार्टी का प्रदर्शन हालांकि उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा, और कई सीटों पर उन्हें नोटा से भी कम वोट मिले.
कुल मिलाकर, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम एनडीए के पक्ष में स्पष्ट जनादेश का संकेत दे रहे हैं, जिससे बिहार में अगले पांच साल के लिए एनडीए सरकार का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
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