लंदन: गुजरात के जामनगर में स्थित वंतारा, जो कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के अनंत अंबानी का एक जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर है, को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) से क्लीन चिट मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जे चेलमेश्वर की अध्यक्षता वाली SIT ने अपनी रिपोर्ट में वंतारा पर लगाए गए जानवरों की अनदेखी, तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
यह खबर ऐसे समय में आई है जब वंतारा पर लगातार सवाल उठाए जा रहे थे और कई लोग उस पर जानवरों के प्रति अनदेखी का आरोप लगा रहे थे। हालांकि, SIT ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया है।
SIT ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश की है, जिसमें वंतारा में अनुपालन और नियामक के तरीकों पर संतोष व्यक्त किया गया है। SIT ने शुक्रवार को ही अपनी रिपोर्ट अदालत में जमा कर दी थी, जिसका अवलोकन सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को किया। जस्टिस पंकज मिथल और जस्टिस पीबी वार्ले की पीठ ने रिपोर्ट को रिकॉर्ड में शामिल करते हुए बताया कि जांच टीम ने वंतारा को क्लीन चिट दे दी है।
वंतारा पर मुख्य रूप से एनिमल रेस्क्यू सेंटर चलाने की आड़ में जानवरों, खासकर हाथियों की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए गए थे। इन आरोपों की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था। वंतारा ने भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए जांच में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया था।
SIT की रिपोर्ट के बाद, वंतारा पर लगे आरोपों के संबंध में अनिश्चितता समाप्त हो गई है। यह फैसला वंतारा और अनंत अंबानी के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि यह उनके प्रोजेक्ट की विश्वसनीयता को मजबूत करता है।
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