रुद्रपुर। कांग्रेस के सृजन कार्यक्रम के दौरान कांग्रेसियों के दो गुटों के बीच हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। दोनों पक्षों की तहरीर पर पुलिस ने कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा और मेयर प्रत्याशी रहे मोहन खेड़ा समेत 12 लोगों को नामजद करते हुए अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) पंजीकृत कर ली है। पुलिस ने मामले की विवेचना भी शुरू कर दी है।
यह घटना गुरुवार को सिटी क्लब में हुए कांग्रेस के सृजन कार्यक्रम के दौरान हुई, जिसमें जिलाध्यक्ष और नगर अध्यक्ष के चयन को लेकर रायशुमारी होनी थी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) दिल्ली से आए मुख्य पर्यवेक्षक नरेश कुमार के सामने ही मंच संचालन और अन्य कई छोटी-छोटी बातों को लेकर कांग्रेस के दो गुटों में तीखी बहस (वाकयुद्ध) शुरू हो गई। देखते ही देखते यह बहस धक्का-मुक्की और मारपीट में बदल गई।
दोनों गुटों के आरोप-प्रत्यारोप
इस मारपीट में कांग्रेस नेता राजेंद्र मिश्रा घायल हो गए थे। इस मामले में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने अपनी तहरीर में कहा था कि सृजन कार्यक्रम के दौरान प्रभारी व अन्य लोग मंच पर संबोधन कर रहे थे, तभी “माहौल खराब करने के मकसद से महानगर कांग्रेस अध्यक्ष के दावेदार संजय जुनेजा ने शोर मचाना शुरू कर दिया और पार्टी कार्यकर्ताओं से गालीगलौज करनी शुरू कर दी।” उन्होंने आरोप लगाया कि पर्यवेक्षक के शांत कराने के प्रयास के बावजूद संजय जुनेजा और उनके साथी मोहन खेड़ा, राजेंद्र मिश्रा, पवन वर्मा ने गालीगलौज की। इतना ही नहीं, वार्ड 39 के पार्षद सौरभ बेहड़ ने महानगर कांग्रेस के ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष नंद किशोर गंगवार को थप्पड़ मार दिया। बीच-बचाव करने पर पार्टी कार्यकर्ता अर्णव के साथ भी हाथापाई की गई। सीपी शर्मा ने आरोप लगाया कि सौरभ बेहड़, संजय जुनेजा, मोहन खेड़ा, पवन वर्मा और राजेंद्र मिश्रा ने मिलकर नंद किशोर गंगवार और अर्णव को बुरी तरह से पीटा। जब पार्टी कार्यकर्ता संदीप कुमार बीच-बचाव को आए तो उसे भी जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर गालीगलौज करते हुए हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि महानगर कांग्रेस के कार्यक्रम में असामाजिक तत्वों ने माहौल खराब करने का प्रयास किया।
इस तहरीर के आधार पर पुलिस ने व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा, मोहन खेड़ा, राजेंद्र मिश्रा और पवन वर्मा पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 115, 351(2), 352 के तहत प्राथमिकी पंजीकृत कर ली है।
वहीं, दूसरे पक्ष से कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी रहे मोहन खेड़ा ने अपनी तहरीर में कहा था कि संदीप चीमा कुरैया जिला पंचायत क्षेत्र से सदस्य पद के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। कांग्रेस पार्टी ने संदीप चीमा को टिकट न देकर सुनीता सिंह को टिकट दिया था, जिसमें कांग्रेस नेता राजेंद्र मिश्रा ने सुनीता सिंह का प्रचार किया था। इसे लेकर संदीप चीमा राजेंद्र मिश्रा से रंजिश रखने लगे। मोहन खेड़ा ने आरोप लगाया कि तीन सितंबर को संदीप चीमा ने राजेंद्र मिश्रा को कॉल कर जान से मारने की धमकी दी थी। इसी योजना के तहत संदीप चीमा, योगेश चौहान, सीपी शर्मा, दीपक शर्मा, आशीष यादव, सतीश, नंद किशोर गंगवार, राजू गंगवार समेत अन्य लोगों ने मिलकर गुरुवार दोपहर एक बजे सिटी क्लब में कांग्रेस पार्टी की बैठक समाप्त होने के बाद राजेंद्र मिश्रा को जान से मारने की कोशिश की। साथ ही उसे जबरन कार से ले जाने का प्रयास करने लगे। जिसे सोनू चौहान और शिशुपाल ने बचाया। शोर होने पर लोग एकत्र हुए तो हमलावर जान से मारने की धमकी देकर चले गए।
इस तहरीर पर पुलिस ने संदीप चीमा, योगेश चौहान, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सीपी शर्मा, दीपक शर्मा, आशीष यादव, सतीश और नंद किशोर गंगवार तथा राजू गंगवार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 115, 351(2), 352 के तहत प्राथमिकी पंजीकृत कर ली है।
कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि दोनों पक्षों के कुल 12 लोगों को नामजद किया गया है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है। यह घटना कांग्रेस पार्टी के आंतरिक कलह और गुटबाजी को उजागर करती है, जिसने सार्वजनिक मंच पर पार्टी की छवि को धूमिल किया है।
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