नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑफ स्पिनर और पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर आर अश्विन ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से भी अपने संन्यास की घोषणा कर दी है। पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले अश्विन ने बुधवार (27 अगस्त, 2025) को अपने एक्स (पहले ट्विटर) अकाउंट के माध्यम से यह जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि अब वह दुनिया भर की विभिन्न फ्रेंचाइजी क्रिकेट लीग्स में खेलते हुए नजर आएंगे।
अपने ट्वीट में, आर अश्विन (R Ashwin IPL Retirement) ने लिखा, “स्पेशल दिन और एक स्पेशल शुरुआत। वो कहते हैं कि हर एक अंत से एक नई शुरुआत होती है। मेरा बतौर आईपीएल क्रिकेटर का सफर आज खत्म होता है, लेकिन मेरा खेल को और ज्यादा एक्सप्लोर करना जारी है और मैं अब अलग-अलग लीग में खेलूंगा।” इस घोषणा के साथ, उन्होंने अपने आईपीएल करियर के एक महत्वपूर्ण अध्याय को समाप्त कर दिया है और एक नए वैश्विक क्रिकेटिंग सफर की शुरुआत का संकेत दिया है।
रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin IPL) भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल ऑफ स्पिनरों में से एक रहे हैं। उन्होंने आईपीएल में पांच अलग-अलग टीमों के लिए खेला है और अपने शानदार प्रदर्शन से कई यादगार पल दिए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए खेलते हुए, अश्विन ने 2010 और 2011 में टीम को लगातार दो आईपीएल खिताब जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह उन वर्षों में सीएसके के लिए एक प्रमुख हथियार थे, जो अपनी गेंदबाजी से मैच का रुख बदलने में सक्षम थे।
अश्विन के आईपीएल करियर के आंकड़ों पर गौर करें तो, उन्होंने कुल 221 आईपीएल मैच खेले हैं। इन मैचों में उन्होंने अपनी फिरकी गेंदबाजी का जादू बिखेरते हुए 187 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए हैं। उनकी इकोनॉमी रेट भी हमेशा प्रभावशाली रही है, जिससे वह टी20 क्रिकेट के एक कुशल गेंदबाज साबित हुए हैं। साल 2014 का आईपीएल सीजन उनके लिए व्यक्तिगत रूप से सबसे शानदार रहा था, जहां उन्होंने 16 मैचों में 16 विकेट लेकर अपनी क्लास दिखाई थी।
हालिया 2025 आईपीएल सीजन में, अश्विन को उनकी पुरानी टीम चेन्नई सुपर किंग्स ने 9.75 करोड़ रुपये की मोटी रकम में अपने साथ जोड़ा था, जो उनकी काबिलियत और अनुभव का प्रमाण था। हालांकि, इस सीजन में उनका प्रदर्शन थोड़ा फीका रहा और वह 9 मैचों में 7 विकेट ही ले पाए। बावजूद इसके, उनका योगदान और अनुभव टीम के लिए हमेशा मूल्यवान रहा।
आईपीएल से संन्यास लेने का उनका निर्णय यह दर्शाता है कि वह अब अपने खेल को एक नए आयाम में ले जाना चाहते हैं। विभिन्न फ्रेंचाइजी लीग्स में खेलने का मतलब है कि उन्हें दुनिया भर के अलग-अलग खिलाड़ियों और परिस्थितियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा। यह न केवल उनके खेल को और अधिक समृद्ध करेगा, बल्कि उन्हें एक नई पहचान भी देगा। भारतीय क्रिकेट के लिए, अश्विन का यह निर्णय एक युग के अंत का प्रतीक है, लेकिन खेल के प्रति उनका जुनून उन्हें अभी भी वैश्विक मंच पर सक्रिय रखेगा। क्रिकेट प्रशंसक निश्चित रूप से उन्हें नई लीग्स में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते देखने के लिए उत्सुक होंगे।
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