मंडी। मंडी जिले के सरकाघाट में आज राज्य-स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान, मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ‘हिम भोग’ ब्रांड के तहत गेहूं का आटा, दलिया और हल्दी उत्पादों का शुभारंभ किया। इन उत्पादों को प्राकृतिक रूप से उगाए गए गेहूं और हल्दी से तैयार किया गया है, ताकि उपभोक्ताओं को रसायन-मुक्त उत्पाद उपलब्ध कराए जा सकें।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य की तीन प्रमुख हस्तियों को ‘प्रेरणा स्रोत’ पुरस्कार से सम्मानित किया। शिमला के प्रोफेसर हिम चटर्जी को कांगड़ा लघु चित्रकला को पुनर्जीवित करने और नई दिल्ली के प्रगति मैदान सुरंग में दुनिया की सबसे लंबी सार्वजनिक कलाकृति बनाने के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्होंने शिमला जिले के डॉ. राम स्वरूप शांडिल को लोक, शास्त्रीय, ग़ज़ल, भजन और समूह गीत शैलियों में उनके उत्कृष्ट राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनों के लिए भी सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त, सोलन स्थित शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रोफेसर प्रेम कुमार खोसला को वानिकी शिक्षा में उनके अग्रणी योगदान, जिसमें बी.एससी., एम.एससी. और पीएच.डी. कार्यक्रमों का शुभारंभ शामिल है, के लिए यह पुरस्कार दिया गया।
‘हिमाचल गौरव’ पुरस्कार धर्मशाला की चंद्ररेखा डढवाल को उनके असाधारण साहित्यिक योगदान के लिए, कुल्लू के सेउबाग की शालिनी वत्स को दृष्टिबाधित, दिव्यांग, महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाने के उनके कार्य के लिए, और छोटा शिमला के डॉ. लाल सिंह को सतत आजीविका, जैव विविधता संरक्षण, नवीकरणीय ऊर्जा और कृषि नवाचार पर 50 से अधिक परियोजनाओं का नेतृत्व करने के लिए प्रदान किया गया।
ग्रामीण विकास विभाग के राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, कुल्लू को संयुक्त रूप से राज्य-स्तरीय सिविल सेवा पुरस्कार 2025 प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत सरकाघाट और धर्मपुर क्षेत्रों के पांच लाभार्थियों को विवाह अनुदान के रूप में प्रत्येक को दो लाख रुपये वितरित किए। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना के तहत सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के 11 लाभार्थियों को घर निर्माण के लिए पहली किस्त के रूप में प्रत्येक को 1.5 लाख रुपये दिए गए, शेष 1.5 लाख रुपये घर के छत स्तर तक पूरा होने पर प्रदान किए जाएंगे।
सुक्खू ने मंडी जिले के उन विभागों, अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सम्मानित किया, जिन्होंने इस वर्ष जिले में आई आपदाओं के दौरान युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्यों के निष्पादन में जिला प्रशासन को बहुमूल्य सहायता प्रदान की।
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