Uttarakhand: धराली आपदा- बचाव अभियान तेज, 42 लोग अब भी लापता, सड़क मंगलवार तक खुलने की उम्मीद – The Hill News

Uttarakhand: धराली आपदा- बचाव अभियान तेज, 42 लोग अब भी लापता, सड़क मंगलवार तक खुलने की उम्मीद

उत्तरकाशी: धराली में आई भीषण आपदा के बाद राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। गढ़वाल मंडल के आयुक्त श्री विनय शंकर पाण्डेय ने उत्तरकाशी में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्र से अब तक 1278 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, लेकिन 42 लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप प्रभावितों के लिए एक बेहतर राहत एवं पुनर्वास पैकेज तैयार किया जा रहा है।

मंडलायुक्त ने बताया कि आपदा के तुरंत बाद मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार, प्रभावित परिवारों को पाँच-पाँच लाख रुपये की तत्काल अनुग्रह राशि का वितरण शुरू कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, आपदा से हुई क्षति के विस्तृत आकलन और एक व्यापक पुनर्वास योजना बनाने के लिए सचिव (राजस्व) की अध्यक्षता में एक तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है, जिसके सदस्य आज उत्तरकाशी पहुँचकर प्रभावितों से वार्ता करेंगे।

बचाव और खोज अभियान की स्थिति

श्री पाण्डेय ने बताया कि बचाव अभियान के तहत प्रभावित क्षेत्र में फंसे सभी बाहरी लोगों और जरूरतमंद स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दिया गया है। अब पूरा ध्यान मलबे में दबे लोगों की खोज पर केंद्रित है। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए NDRF, SDRF के साथ एक विशेष अधिकारी को मौके पर तैनात किया गया है, और SDRF के IG भी वहीं कैंप कर रहे हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए देहरादून से 10 विशेषज्ञ भूवैज्ञानिकों की एक टीम भी भेजी गई है। जिलाधिकारी स्वयं प्रभावित क्षेत्र में कैंप कर रहे हैं ताकि राहत कार्यों की निगरानी कर सकें।

लापता लोगों का ब्योरा

आयुक्त ने लापता लोगों के आँकड़े साझा करते हुए बताया कि कुल 43 लोगों के लापता होने की सूचना थी, जिनमें से धराली गाँव के युवक आकाश पंवार का शव बरामद हो गया है। मृत युवक के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान कर दी गई है। शेष 42 लापता लोगों में 9 सेना के जवान, धराली गाँव के 8, निकटवर्ती क्षेत्रों के 5, टिहरी का 1, बिहार के 13 और उत्तर प्रदेश के 6 व्यक्ति शामिल हैं। इसके अलावा, 29 नेपाली मजदूरों के लापता होने की सूचना थी, जिनमें से 5 से मोबाइल नेटवर्क बहाल होने के बाद संपर्क हो गया है। शेष 24 मजदूरों के बारे में ठेकेदारों से जानकारी जुटाई जा रही है।

सड़क संपर्क बहाली और अन्य इंतजाम

आपदा के कारण टूटे सड़क संपर्क को बहाल करने का काम तेजी से चल रहा है। लिमच्यागाड़ में वैली ब्रिज का निर्माण पूरा होने के बाद भारी मशीनों को डबरानी और सोनगाड़ क्षेत्र में पहुँचा दिया गया है। उम्मीद है कि मंगलवार शाम तक सड़क संपर्क बहाल कर दिया जाएगा। तब तक, डबरानी से सोनगाड़ तक के पैदल मार्ग पर हेल्प पोस्ट, मेडिकल कैंप और सुरक्षा दलों को तैनात किया गया है। खच्चरों के माध्यम से गैस सिलेंडर जैसी जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति की जा रही है। वहीं, हर्षिल में भागीरथी नदी पर बनी अस्थायी झील से पानी निकासी का काम भी शुरू कर दिया गया है।

 

Pls read:Uttarakhand: आपदा प्रभावित धराली को मरहम, 98 परिवारों को पांच पांच लाख रु की तत्काल सहायता

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *