नई दिल्ली/शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की राजनीति के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि पार्टी के भविष्य की दशा और दिशा तय करने के लिए दिल्ली में एक उच्च-स्तरीय बैठक हो रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता हिस्सा ले रहे हैं। इस बैठक में राज्य मंत्रिमंडल और कांग्रेस संगठन को लेकर कई अहम निर्णय होने की संभावना है।
बैठक का मुख्य एजेंडा: कैबिनेट विस्तार और संगठन का गठन
इस महत्वपूर्ण बैठक के एजेंडे में मुख्य रूप से दो बड़े मुद्दे शामिल हैं। पहला, पिछले काफी समय से लंबित मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा होगी। वर्तमान में कैबिनेट में एक मंत्री पद रिक्त है, जिसे भरने को लेकर फैसला लिया जा सकता है। इसके साथ ही, मंत्रियों के विभागों में फेरबदल की भी प्रबल संभावना है ताकि सरकार के कामकाज में और तेजी लाई जा सके।
दूसरा और सबसे अहम मुद्दा प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी का गठन है। पिछले नौ महीनों से प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग चल रही है, जिसके कारण जमीनी स्तर पर संगठनात्मक गतिविधियां लगभग ठप पड़ी हैं। जिला से लेकर ब्लॉक स्तर तक कोई पदाधिकारी न होने के कारण सरकार की नीतियों और योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विपक्ष के हमलों का जवाब देने का जिम्मा भी सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष या सरकार के मंत्रियों पर आ गया है। इस बैठक में नई कार्यकारिणी के गठन को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है ताकि संगठन को फिर से सक्रिय किया जा सके।
चार मंत्रियों को नहीं मिला निमंत्रण, सियासी गलियारों में चर्चा
इस बैठक की एक और खास बात यह है कि इसमें सभी कैबिनेट मंत्रियों को नहीं बुलाया गया है। कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह, विक्रमादित्य सिंह, राजेश धर्माणी और यादवेन्द्र गोमा को इस बैठक का निमंत्रण नहीं मिला है, जिससे सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। हालांकि, अनिरुद्ध सिंह सोमवार को विधानसभा में एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे, लेकिन अन्य मंत्रियों को न बुलाए जाने के कारणों पर अटकलें लगाई जा रही हैं।
इस बैठक में मुख्यमंत्री सुक्खू और प्रतिभा सिंह के अलावा कृषि मंत्री चंद्र कुमार, स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और पार्टी की हिमाचल प्रभारी रजनी पाटिल भी शामिल हो रही हैं। कुल मिलाकर, इस बैठक से निकलने वाले फैसलों पर ही हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार और संगठन का भविष्य निर्भर करेगा।