Delhi: ट्रंप के ‘युद्ध रोकने’ के दावे पर सियासी घमासान, कांग्रेस ने पीएम मोदी से मांगा जवाब

नई दिल्ली। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम का श्रेय लेने के बाद भारतीय राजनीति में उबाल आ गया है। ट्रंप के इस दावे पर कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए देश के सम्मान से समझौता करने का गंभीर आरोप लगाया है। कांग्रेस ने पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए संसद में स्पष्टीकरण की मांग की है।

यह विवाद तब गहराया जब डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक बयान में दावा किया कि उन्होंने ही भारत और पाकिस्तान के बीच एक बड़े युद्ध को रोका था। उन्होंने कहा, “भारत और पाकिस्तान में जो चल रहा था… वहां विमानों को मार गिराया जा रहा था। मुझे लगता है कि पांच जेट मार गिराए गए थे। ये दो परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं और वे एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे।” ट्रंप ने आगे कहा कि उन्होंने इस तनाव को व्यापार के जरिए हल किया। उन्होंने दोनों देशों से कहा, “अगर आप ऐसे ही लड़ते रहेंगे तो हम आपके साथ कोई व्यापार समझौता नहीं करेंगे।”

ट्रंप के इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट किया, “ट्रंप ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध में पांच जेट मार गिराए गए। उन्होंने 24वीं बार कहा कि मैंने व्यापार की धमकी देकर भारत-पाकिस्तान युद्ध रोक दिया। ट्रंप लगातार यह दोहरा रहे हैं और नरेंद्र मोदी चुप हैं। नरेंद्र मोदी ने व्यापार के लिए देश के सम्मान से समझौता क्यों किया?”

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि संसद के मानसून सत्र से ठीक दो दिन पहले यह “ट्रंप मिसाइल” फिर से दागी गई है। उन्होंने कहा कि ट्रंप दो संदेश दे रहे हैं – पहला, अमेरिका ने भारत-पाक युद्ध रोका और दूसरा, यह युद्धविराम व्यापार समझौते की शर्त पर हुआ। जयराम रमेश ने ट्रंप के “पांच जेट गिराए जाने” के नए खुलासे को सनसनीखेज बताया।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी, जिनका राष्ट्रपति ट्रंप के साथ ‘हाउडी मोदी’ और ‘नमस्ते ट्रंप’ जैसे कार्यक्रमों से वर्षों पुराना दोस्ती का रिश्ता है, को अब खुद संसद में स्पष्ट और दो टूक बयान देना होगा कि राष्ट्रपति ट्रंप पिछले 70 दिनों से क्या दावा कर रहे हैं?”

यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने ऐसा दावा किया है, लेकिन उनके हालिया बयान ने इस मुद्दे को फिर से हवा दे दी है। कांग्रेस के आक्रामक रुख के बाद अब सभी की निगाहें केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर टिकी हैं कि वे ट्रंप के इन दावों और विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। यह मामला देश की संप्रभुता और विदेश नीति से जुड़ा होने के कारण बेहद संवेदनशील माना जा रहा है।

 

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