देहरादून। उत्तराखंड को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाने के अपने संकल्प को दोहराते हुए, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत पिछले तीन वर्षों में 200 से अधिक भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है। वह देहरादून के बल्लीवाला में धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा ‘भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड’ अभियान के लिए आयोजित एक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की शपथ भी दिलाई।
यह सम्मान उत्तराखंड की सवा करोड़ जनता का: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह सम्मान समारोह केवल उनका व्यक्तिगत सम्मान नहीं, बल्कि उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के उस सपने को साकार करने का उत्सव है, जिसमें राज्य की सवा करोड़ जनता भागीदार है। उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई किसी की व्यक्तिगत विजय नहीं, बल्कि यह जनता के विश्वास, ईमानदारी की ताकत और युवाओं की उम्मीदों की जीत है।”
तकनीक और सख्त कानून से कसा शिकंजा
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सरकार द्वारा उठाए गए ठोस कदमों का ब्योरा दिया। उन्होंने बताया कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए तकनीक का व्यापक उपयोग किया जा रहा है। इसमें ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया, परीक्षा प्रणाली की सख्त निगरानी, जन शिकायतों के त्वरित निवारण के लिए सीएम हेल्पलाइन 1905 और भ्रष्टाचार की सीधी शिकायतों के लिए हेल्पलाइन 1064 जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में धांधली, ट्रांसफर-पोस्टिंग में भ्रष्टाचार और सरकारी योजनाओं में कमीशनखोरी जैसे मामलों में कठोरतम कार्रवाई की गई है।
सरकार की अन्य प्रमुख उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू करने, देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाने, लैंड जिहाद व लव जिहाद के विरुद्ध कार्रवाई तथा धर्मांतरण और दंगारोधी कानूनों के माध्यम से शासन व्यवस्था को मजबूत किया गया है।
‘ऑपरेशन कालनेमि’ से छद्म वेशधारियों पर नजर
मुख्यमंत्री ने एक विशेष अभियान का खुलासा करते हुए बताया कि राज्य में छद्म वेश में घूम रहे असामाजिक तत्वों की पहचान उजागर करने के लिए “ऑपरेशन कालनेमि” चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के तहत अब तक 200 से अधिक संदिग्धों को पकड़ा गया है, जिनमें कुछ बांग्लादेशी घुसपैठिए भी शामिल हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अपने आसपास ऐसे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा” के मंत्र को अपना आदर्श बताते हुए मुख्यमंत्री धामी ने संकल्प लिया कि उनकी सरकार प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में निरंतर कार्य करती रहेगी। इस अवसर पर विधायक खजान दास, स्वामी चिदानंद सरस्वती, श्री किशन गिरी महाराज सहित विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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