देहरादून। यह उत्तराखंड के लिए एक बड़े गर्व का क्षण है। देहरादून के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी (RPO) विजय शंकर पांडेय को उनके उत्कृष्ट और अभिनव कार्यों के लिए देश के ‘सर्वश्रेष्ठ पासपोर्ट अधिकारी’ के राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा गया है। उन्हें यह प्रतिष्ठित विशेष मान्यता प्रमाणपत्र नई दिल्ली में पासपोर्ट सेवा दिवस (24 जून, 2025) के अवसर पर आयोजित एक भव्य समारोह में विदेश राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा ने प्रदान किया।
मोबाइल वैन से बदली तस्वीर, पहाड़ों तक पहुंची सेवा
विजय शंकर पांडेय को यह सम्मान विशेष रूप से उनके अभिनव प्रयासों, खासकर मोबाइल वैन शिविरों के माध्यम से राज्य के दूर-दराज और पहाड़ी क्षेत्रों तक पासपोर्ट सेवाएं पहुंचाने के लिए मिला है। उनके नेतृत्व में देहरादून आरपीओ ने न केवल सीमित संसाधनों के बावजूद अपनी कार्यक्षमता में असाधारण सुधार किया, बल्कि एक सुलभ, तेज और पारदर्शी सेवा मॉडल भी प्रस्तुत किया, जिसकी सराहना राष्ट्रीय स्तर पर हुई।

देहरादून RPO के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि
यह ऐतिहासिक उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि यह पहली बार है जब देहरादून क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के किसी अधिकारी को यह राष्ट्रीय सम्मान मिला है। यह पुरस्कार उन 37 क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों में से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को दिया जाता है, जो सालाना 1.5 लाख से अधिक पासपोर्ट जारी करते हैं।
यह सम्मान 23 से 25 जून, 2025 तक नई दिल्ली में आयोजित क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारियों के वार्षिक सम्मेलन के दौरान प्रदान किया गया। सम्मेलन में विजय शंकर पांडेय के नेतृत्व में किए गए नवाचारों की विशेष रूप से सराहना की गई। उनकी यह उपलब्धि न केवल उत्तराखंड के लिए गौरव का विषय है, बल्कि यह उन सभी सरकारी अधिकारियों के लिए एक प्रेरणा है जो ईमानदारी और समर्पण के साथ जनसेवा में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रयासरत हैं।