सीट नंबर 11A पर बैठा शख्स चमत्कारिक रूप से बचा
नई दिल्ली: गुजरात के अहमदाबाद में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाला विमान हादसा हुआ, जब लंदन जा रही एयर इंडिया की एक उड़ान उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भीषण हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की दर्दनाक मौत हो गई। हालांकि, इस विनाशकारी घटना के बीच एक चमत्कार भी देखने को मिला, जिसमें एक यात्री की जान बच गई, जिससे यह हादसा और भी रहस्यमयी और अविश्वसनीय बन गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ था। उड़ान भरने के एक मिनट के भीतर ही विमान का संतुलन बिगड़ गया और वह हवाई अड्डे से लगभग 2.5 किलोमीटर दूर स्थित बीजे मेडिकल एंड सिविल हॉस्पिटल की एक इमारत से जा टकराया। टक्कर इतनी भीषण थी कि विमान के परखच्चे उड़ गए और चारों तरफ आग और धुएं का गुबार छा गया। जिस समय यह हादसा हुआ, उस वक्त अस्पताल की इमारत में 50 से अधिक डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ मौजूद थे। इस टक्कर के कारण कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और कुछ की मौत की भी खबर है, जिससे यह त्रासदी और भी बड़ी हो गई है।
एकमात्र जीवित यात्री और ‘चमत्कारी’ सीट 11A

इस हादसे में जीवित बचे एकमात्र यात्री की पहचान विश्वास कुमार रमेश के रूप में हुई है। उन्हें गंभीर हालत में अहमदाबाद सिविल अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में भर्ती कराया गया है, जहाँ डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत फिलहाल स्थिर बनी हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विश्वास अपने भाई के साथ लंदन जा रहे थे, जो इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे का शिकार हो गए।
इस घटना के बाद से ही सीट नंबर 11A चर्चा का केंद्र बन गई है। लोग इसे एक ‘चमत्कारी सीट’ मान रहे हैं और इस बात पर बहस कर रहे हैं कि क्या यह सीट वाकई भाग्यशाली है। बताया जा रहा है कि विश्वास कुमार रमेश बिजनेस क्लास की सीट नंबर 11A पर बैठे थे। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान के संरचना के अनुसार, सीट 11A आमतौर पर इकोनॉमी क्लास के अगले हिस्से में, खिड़की के पास होती है। यह सीट अक्सर इकोनॉमी क्लास की पहली या दूसरी पंक्ति का हिस्सा होती है और आपातकालीन निकास द्वार के ठीक पीछे स्थित होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि संकट की स्थिति में इस दरवाजे तक त्वरित पहुँच संभव हो सकती है, जो शायद विश्वास के बचने में एक महत्वपूर्ण कारक साबित हुई हो।
एयर इंडिया ने बताया कि विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक सवार थे। इस भयावह हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है। एक ओर जहां 241 जिंदगियों के खत्म होने का मातम है, वहीं विश्वास कुमार रमेश का बचना किसी दैवीय चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है।
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