रुद्रप्रयाग: जखोली विकास खंड के डांडा चमसारी गांव में एक बुजुर्ग महिला का शिकार करने वाला गुलदार अभी तक वन विभाग की पकड़ से बाहर है। गत शुक्रवार, 30 मई को हुई इस घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वन विभाग ड्रोन कैमरे और अन्य तकनीक का इस्तेमाल कर गुलदार की तलाश कर रहा है, लेकिन अभी तक उसे पकड़ने में सफलता नहीं मिली है।
वन विभाग ने गुलदार को ट्रैक करने के लिए ड्रोन कैमरे, लाइव कैमरे, और 20 ट्रैप कैमरे लगाए हैं, साथ ही चार पिंजरे भी लगाए गए हैं। हालाँकि गुलदार कैमरों में कैद तो हुआ है, लेकिन वह पिंजरों के पास नहीं गया है। 20 से अधिक वन कर्मी, दो पशुचिकित्सक, और एक ट्रैनर गुलदार को पकड़ने के लिए प्रभावित क्षेत्र में तैनात हैं। उनके पास स्मार्ट स्टिक, इलेक्ट्रिक करंट वाली स्टिक, और जाली जैसे उपकरण मौजूद हैं।
वन विभाग सुबह 8 से 11 बजे तक चारापत्ती लेने जाने वाली महिलाओं को सुरक्षा प्रदान कर रहा है। साथ ही, ग्रामीणों को घरों के आसपास की झाड़ियाँ काटने, रात में पर्याप्त रोशनी करने, और अंधेरे में अकेले बाहर न निकलने की सलाह दी जा रही है।
हालाँकि, आठ दिन बीत जाने के बाद भी गुलदार का न पकड़ा जाना ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। क्षेत्र में गुलदार के हमले की घटनाएं आम हैं, और पिछले छह महीनों में दो महिलाएं इसका शिकार बन चुकी हैं। ग्रामीण महिलाओं का आरोप है कि वन विभाग ने अभी तक गुलदार को नरभक्षी घोषित नहीं किया है, जिससे उनकी जान को खतरा बना हुआ है।